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Hanuman Ji Puja Niyam: हनुमान जी की पूजा के दौरान इन नियमों का जरूर करें पालन, तभी मिलेगा साधना का पूरा फल

Hanuman Ji Puja Niyam: वैसे तो हनुमान जी अपने भक्तों की साधना पर तुंरत ही खुश हो जाते हैं लेकिन कई कुछ नियम भी हैं जिसका पालन पूजा के दौरान किया जाना चाहिए। अगर आप चाहते हैं कि बजरंग बली आपकी सभी इच्छाओं को पूरा करें और आपको मनचाहा फल मिले तो आपका इन नियमों का पालन करना बेहद जरूरी हो जाता है।

नई दिल्ली। राम भक्त हनुमान जी को संकट मोचन कहा जाता है। कहते हैं जो भी भक्त हनुमान जी की साधना करता है उनके कष्टों को खुद बजरंग बली खत्म कर देते हैं। हनुमान जी की साधना को सरल-सीधा माना जाता है जो काफी फलदायी भी होती है। वैसे तो हनुमान जी अपने भक्तों की साधना पर तुंरत ही खुश हो जाते हैं लेकिन कई कुछ नियम भी हैं जिसका पालन पूजा के दौरान किया जाना चाहिए। अगर आप चाहते हैं कि बजरंग बली आपकी सभी इच्छाओं को पूरा करें और आपको मनचाहा फल मिले तो आपका इन नियमों का पालन करना बेहद जरूरी हो जाता है। तो चलिए आपको बताते हैं क्या है ये नियम…

हनुमान जी की पूजा करते समय रखें इन नियमों का रखें ख्याल

हनुमान जी की पूजा, प्रातः जल्दी उठकरया फिर संध्या के समय की जानी चाहिए।

हनुमान जी की पूजा में लाल रंग के फूल ही अर्पित किया जाने चाहिए।

पूजा में हनुमान जी के सामने जो दीप जलाया जाता है उसमें लाल सूत की बाती डाली जानी चाहिए।

हनुमान साधना के दौरान शुद्धता एवं सात्विकता को काफी महत्वपूर्ण माना जाता है।

बजरंग बली की पूजा के दौरान शारीरिक, मानसिक के साथ ही हर चीज की शुद्धता का ध्यान रखा जाना चाहिए।

हनुमान जी की पूजा में स्वच्छता का खास महत्व होता है ऐसे में पूजा स्थल के साथ ही घर की भी अच्छे से सफाई कर लेनी चाहिए।

हनुमान जी की साधना के दौरान ब्रह्मचर्य का पालन करना सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है।

महिलाओं को स्वयं हनुमान जी को चोला अर्पित नहीं करना चाहिए। बल्कि किसी पुरुष या पुजारी से ही ये काम करवाया जाना चाहिए।

मंगलवार के दिन भूलकर भी मांस, मदिरा या किसी भी तरह की तामसिक चीजों का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।

हनुमान जी की पूजा करते समय उनको कभी भी चरणामृत से स्नान नहीं करवाना चाहिए, बजरंग बली की पूजा में चरणामृत चढ़ाने का विधान नहीं है।