नई दिल्ली। हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र मास की द्वितीया तिथि को भाईदूज का पावन पर्व मनाया जाता है। भाई दूज सालभर में दो बार आता है। पहला होली के अगले दिन मनाया जाता है, जबकि दूसरा भाई दूज दीपावली के दो दिन बाद आता है। होली के दो दिन बाद मनाए जाने वाले इस भाई दूज को होली भाई दूज के नाम से जाना जाता है। रक्षाबंधन की तरह यह त्योहार भी भाई बहन के प्रेम को अभिव्यक्त करता है। इस दिन बहनें भाईयों को तिलक कर उनकी लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। इस बार होली भाई दूज 20 मार्च 2022, रविवार को है। होली भाई दूज का शुभ मुहूर्त के बारे में भी आप जान लीजिए।
होली भाई दूज का शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि 19 मार्च को दोपहर 12 बजकर 15 मिनट से शुरू होकर 20 मार्च को सुबह 11 बजकर 10 मिनट पर समाप्त होगी। उदया तिथि के हिसाब से ये त्योहार 20 मार्च रविवार को मनाया जाएगा।
होली भाई दूज की तिलक पूजा विधि
भाईदूज के दिन बहनों को सुबह सर्वप्रथम श्रीविष्णु और गणेश की पूजा करनी चाहिए। भाई दूज की कथा पढ़ें और उनसे अपने भाई की दीर्घायु की प्रार्थना करें। इसके बाद भाई को तिलक करने के लिए थाली सजाएं। जिसमे कुमकुम, सिंदूर, अक्षत, चंदन, फूल, मिठाई, दीप रखें। इसके बाद चौक लगाकर उस पर पाटा रखकर भाई को बैठाएं। उसको तिलक लगाएं, अक्षत लगाएं, आरती उतारें और मिठाई खिलाएं। भाई अपनी बहनों को अपने सामर्थ्य अनुसार उपहार दें।