नई दिल्ली। देश के केरल राज्य के प्रमुख त्योहारों में से एक ओणम का पर्व आज से शुरू हो रहे हैं। इस पर्व को केरल के किसानों द्वारा बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है। इस उपलक्ष्य में केरल राज्य में 4 दिन की छुट्टी भी रहती है। इस त्योहार के महत्व को देखते हुए साल 1961 में इसे केरल का नेशनल फेस्टिवल भी घोषित कर दिया गया था। मलयालम सोलर कैलेंडर के अनुसार, ये त्योहार हर साल चिंगम महीने में मनाया जाता है, जो मलयालम कैलेंडर का पहला महीना है। पूरे 10 दिनों तक चलने वाला ओणम ज्यादातर अगस्त-सितम्बर के महीने में ही आता है। दूसरे सोलर कैलेंडर के अनुसार चिंगम महीने को सिम्हा महिना भी कहते है। वहीं, तमिल कैलेंडर के अनुसार, ये महीना अवनी माह है। चिंगम माह के थिरुवोनम नक्षत्र, जिसे हिंदू कैलेंडर में श्रवना कहते हैं, में ओणम का त्योहार मनाया जाता है।
शुभ-मुहूर्त
धार्मिक कैलेंडर के अनुसार, इस वर्ष थिरुवोणम नक्षत्र 07 सितंबर 2022 की शाम 04:05 बजे से प्रारंभ हो जाएगा, जो 08 सितंबर 2022 की दोपहर 01:40 बजे तक बना रहेगा। थिरुवोणम् नक्षत्र 8 सितंबर को लग रहा है इसलिए ओणम इसी दिन मनाया जाएगा। इसके अलावा, इस बार ओणम पर सुकर्मा और रवि जैसे शुभ योग भी बन रहे हैं। ऐसी मान्यता है कि ओणम के दिन पूरे विधि-विधान से पूजा करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती हैं।
कैसे मनाते हैं ओणम?
इस दिन घर के बाहर रंगोली आदि बनाकर राजा के स्वागत की तैयारियां की जाती हैं। घर में कई प्रकार के पकवान बनाए जाते हैं। राजा बलि और भगवान विष्णु के वामन अवतार की मिट्टी की मूर्ति बनाकर उनकी पूजा की जाती है। इसके अलावा, राज्य में नौका दौड़ भी आयोजित की जाती है, जो विश्व प्रसिद्ध है। ओणम पर केरल राज्य में 4 दिनों की छुट्टी होती है। इस त्योहार को लोग बड़े हर्षोल्लास के साथ अपने परिवार के साथ मनाते हैं।
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