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Tulsi Vivah 2022: अगर तुलसी विवाह के दिन करेंगे ये आसान उपाय, तो दूर हो जाएंगी वैवाहिक जीवन की सारी समस्याएं

Tulsi Vivah 2022: उनके जागने के दूसरे दिन यानी द्वादशी को भगवान नारायण के रूप श्री शालिग्राम और माता लक्ष्मी के रूप तुलसी जी का विवाह कराया जाता है। शास्त्रों में इस शुभ अवसर पर करने योग्य कुछ विशेष उपाय बताए गए हैं जिन्हें करने से मां लक्ष्मी और श्री हरि की विशेष कृपा प्राप्त होती है तो आइए जानते हैं कौन से वो उपाए…

नई दिल्ली। हिन्दू धर्म में प्रकृति पूजा का बहुत महत्व होता है। ऐसे ही त्योहारों में से एक तुलसी विवाह का पर्व है, जिसे काफी धूम-धाम से मनाया जाता है। ये पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को कफी उत्साह के साथ मनाया जाता है, जो इस बार 5 अक्टूबर को पड़ रहा है। इस दिन माता तुलसी और भगवान शालिग्राम का विवाह कराने की परंपरा है। कहा जाता है कि इससे एक दिन पहले यानी कि एकादशी के दिन भगवान विष्णु चार महीने लंबी योग निद्रा से जागते हैं। उनके जागने के दूसरे दिन यानी द्वादशी को भगवान नारायण के रूप श्री शालिग्राम और माता लक्ष्मी के रूप तुलसी जी का विवाह कराया जाता है। शास्त्रों में इस शुभ अवसर पर करने योग्य कुछ विशेष उपाय बताए गए हैं जिन्हें करने से मां लक्ष्मी और श्री हरि की विशेष कृपा प्राप्त होती है तो आइए जानते हैं कौन से वो उपाए…

1.अगर किसी पवित्र नदी में दंपति एक साथ स्नान करते हैं तो उनके दांपत्य जीवन में आ रही परेशानियों से छुटकारा मिलता है।

2.नदी तक जाना संभव न हो, तो घर पर ही नहाने के पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान कर सकते हैं।  तुलसी के पत्तों को पानी में डालकर कुछ देर रखने के बाद उस पानी का छिड़काव पूरे घर में करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। साथ ही दांपत्य जीवन भी सुखमय होता है।

3.तुलसी की पत्तियां भूलकर भी एकादशी या द्वादशी के दिन न तोड़ें। पूजा के लिए इससे 2-3 दिन पहले से तोड़ कर सकते हैं या फिर टूट कर स्वत: गिरी तुलसी पत्तियों का इस्तेमाल किया जा सकता है।

4.तुलसी विवाह के दिन मां तुलसी को लाल चुनरी और सोलह श्रृंगार का सामान अर्पित करना काफी शुभ होता है।

5.तुलसी विवाह में पति-पत्नी के एक साथ शामिल होने से वैवाहिक जीवन में आ रही सभी समस्याएं समाप्त हो जाती हैं।