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Kamada Ekadashi 2023: कामदा एकादशी आज, जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और पारण का सही समय

Kamada Ekadashi 2023: कामदा एकादशी (Kamada Ekadashi) पर सच्चे मन से पूजा और व्रत करने पर श्री हरि विष्णु अपना आशीर्वाद व्यक्ति पर बनाए रखते हैं। तो चलिए अब आपको बताते हैं क्या है कामदा एकादशी पर शुभ मुहूर्त (Kamada Ekadashi 2023 Muhurat) और किस तरह से करनी है आपको पूजा (Puja Vidhi)…

नई दिल्ली। मार्च का महीना खत्म हो चुका है और अप्रैल का नया महीना शुरू हो गया है। इस नए महीने यानी अप्रैल की शुरुआत काफी खास रहने वाली है क्योंकि अप्रैल के पहले ही दिन कामदा एकादशी मनाई जाएगी। हिन्दू धर्म में हर एकादशी का खास महत्व होता है। भगवान विष्णु को समर्पित एकादशी के दिन श्री हरि की पूजा करने का विधान है। इस साल कामदा एकादशी 1 अप्रैल 2023 को मनाई जा रही है लेकिन इसका व्रत दो दिन यानी 1 अप्रैल और 2 अप्रैल दोनों ही दिन किया जाएगा। परिवारजनों के लोगों को कामदा एकादशी (Kamada Ekadashi 2023) का व्रत 1 अप्रैल को करना है। वहीं, जो लोग वैष्णव संप्रदाय को मानते हैं वो 2 अप्रैल को इसे करें। कामदा एकादशी का दूसरा नाम फलदा एकादशी भी है। जैसा कि नाम से ही साफ है कि ये एकादशी शुभ फल देने वाली है। ऐसे में अगर आपकी कोई इच्छा है या आप कुछ मांगना चाहते हैं तो आपको इस दिन व्रत जरूर करना चाहिए। कामदा एकादशी (Kamada Ekadashi) पर सच्चे मन से पूजा और व्रत करने पर श्री हरि विष्णु अपना आशीर्वाद व्यक्ति पर बनाए रखते हैं। तो चलिए अब आपको बताते हैं क्या है कामदा एकादशी पर शुभ मुहूर्त (Kamada Ekadashi 2023 Muhurat) और किस तरह से करनी है आपको पूजा (Puja Vidhi)…

क्या है कामदा एकादशी 2023 पर मुहूर्त (Kamada Ekadashi 2023 Muhurat)

  • चैत्र शुक्ल एकादशी तिथि अप्रैल महीने की पहली तारीख को तड़के (सुबह) 1:58 पर शुरू होगी।
  • चैत्र शुक्ल एकादशी तिथि अगले दिन 2 अप्रैल 2023 को सुबह 04:19 पर समाप्त होगी।

कब करना है कामदा एकादशी व्रत का पारण (Kamada Ekadashi 2023 Paran Time)

कामदा एकादशी 2023 पर जो लोग व्रत कर रहे हैं उन्हें व्रत का पारण यानी की अपना व्रत 2 अप्रैल को दोपहर 01.40 से शाम 04.10 के बीच करना है।

इस तरह से करें कामदा एकादशी पर पूजा (Kamada Ekadashi Puja Vidhi)

  • कामदा एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठे.
  • स्नान आदि करने के बाद नए वस्त्र पहने। अगर नए वस्त्र नहीं हैं तो आप साफ, धुले हुए वस्त्र पहने।
  • अब व्रत का संकल्प लें और विष्णु जी की पूजा अर्चना करें।
  • श्री हरि की पूजा करते हुए फल, दूध, फूल, तिल, पंचामृत का इस्तेमाल जरूर करें।
  • जो लोग कामदा एकादशी का व्रत कर रहे हैं उन्हें इसकी कथा भी जरूर सुननी चाहिए।
  • इस बात का ख्याल रखें कि व्रत का पारण करने से पहले आप ब्राह्मणों को कुछ न कुछ दान जरूर दें। इसके बाद भी व्रत खोलें।