
नई दिल्ली। चतुर्थी तिथि (Vinayak Chaturthi 2023) देवों के देव महादेव और माता पार्वती के पुत्र गणेश जी को समर्पित होती है। गणेश जी को प्रथम पूजनीय हैं ऐसे में हर पूजा-पाठ की शुरुआत उन्हीं की आराधना से की जाती है। एक दिन बाद 21 जुलाई 2023, शनिवार को विनायक चतुर्थी का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन रवि योग भी बन रहा है जिससे इस दिन की महत्ता और भी बढ़ गई है। चलिए अब आपको बताते हैं सावन माह में पढ़ रही इस विनायक चतुर्थी (Vinayak Chaturthi) पर किस तरह आपको पूजा किस तरह करनी है जिससे आपको बप्पा का आशीर्वाद मिले और क्या रहेगा पूजा का शुभ मुहूर्त…
सावन विनायक चतुर्थी 2023
सावन महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 21 जुलाई को सुबह 6 बजकर 58 मिनट से शुरु होगी और अगले दिन 22 जुलाई को सुबह 9 बजकर 26 मिनट पर खत्म होगी। सावन की पहली विनायक चतुर्थी 21 को मनाई जाएगी।
विनायक चतुर्थी 2023 पर पूजा का मुहूर्त
21 जुलाई 2023, शनिवार को विनायक चतुर्थी पर पूजा के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 11 बजकर 5 मिनट से शुरु होगा जो कि दोपहर 1 बजकर 50 मिनट तक रहेगा। इस तरह से देखा जाए तो पूजा के लिए आपको कुल 2 घंटे का समय मिलेगा।
विनायक चतुर्थी पर इस तरह से करें पूजा
- विनायक चतुर्थी पर सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से स्वच्छ हो जाएं।
- अब साफ वस्त्रों को धारण कर व्रत का संकल्प लें।
- अब चौकी पर गणेश जी प्रतिमा लेकर इसे एक चौकी पर स्थापित करें और उसका जलाभिषेक करें।
- बप्पा को आप चंदन का तिलक लगाकर उन्हें धूप, दीप, लाल फूल अक्षत, पान, सुपारी, वस्त्र, कुमकुम अर्पित करें।
- बप्पा को दूर्वा प्रिय है ऐसे में पूजा में इसे जरूर चढ़ाएं।
- बप्पा को मोदक का भोग जरूर लगाएं इससे बप्पा प्रसन्न होकर अपना आशीर्वाद बरसाएंगे।
डिस्क्लेमर: ऊपर दिए गए लेख की जानकारी मान्यताओं पर आधारित है। NewsroomPost इस तरह की किसी जानकारी का दावा नहीं करता है।