नई दिल्ली। चैत्र कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को शीतलाष्टमी (Sheetala Ashtami ) के नाम से जाना जाता है। इस दिन माता शीतला की पूजा की जाती है। इस दिन माता की पूरी विधि-विधान से की जाती है। साथ ही उन्हें बांसी भोजन का भोग लगाने की परंपरा है। साथ ही खुद भी बांसी भोजन खाना चाहिए और मां का आशीर्वाद लेना चाहिए। इसलिए इस दिन को बसौड़े (Basoda) के नाम से भी जाना जाता है। इस साल शीतलाष्टमी 4 अप्रैल, रविवार को पड़ रही है।
बसौड़ा को लेकर सभी की अलग-अलग मान्यताएं हैं। कहा जाता है कि इस दिन शीतला माता की पूजा करने से मां बच्चों को अपना आशीर्वाद देती हैं साथ ही उन्हें चेचक, हैजा जैसी संक्रामक बीमारियों से बचाती हैं।
शीतला अष्टमी तिथि
इस साल शीतला सप्तमी 3 अप्रैल की है।
बसौड़े की पूजा
इस साल शीतला अष्टमी 4 अप्रैल की है।