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Makar Sankranti 2021: जानें क्यों करते है मकर संक्रांति के स्नान और दान

मकर संक्रांति (Makar Sankranti 2021) इस साल 14 जनवरी को पड़ रही है। इस दिन सूर्य देव मकर राशि में प्रवेश करेंगे। वो दक्षिणायन से उत्तरायण होंगे। ये दिन मांगलिक कार्य के लिए सबसे शुभ माना जाता है। यही कारण है कि इस दिन देशभर में बड़ी संख्या में शादी, मुंडन, ग्रह प्रवेश आदि होगी।

नई दिल्ली। मकर संक्रांति (Makar Sankranti 2021) इस साल 14 जनवरी को पड़ रही है। इस दिन सूर्य देव मकर राशि में प्रवेश करेंगे। वो दक्षिणायन से उत्तरायण होंगे। ये दिन मांगलिक कार्य के लिए सबसे शुभ माना जाता है। यही कारण है कि इस दिन देशभर में बड़ी संख्या में शादी, मुंडन, ग्रह प्रवेश आदि होगी। भारतीय शास्त्रों के मुताबिक, मकर संक्रांति को सकारात्मक उर्जा का प्रतीक माना जाता है। इसलिए इस दिन जप, तप और दान-स्नान का काफी महत्व होता है।

मकर संक्रांति के स्नान और दान का काफी महत्व है। इस दिन दान करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। इस दिन दान और स्नान का क्या मुहूर्त है हम नीचे बता रहे हैं।

मकर संक्रांति शुभ मुहूर्त

पुण्य काल मुहूर्त- सुबह 08 बजकर 03 मिनट से दोपहर 12 बजकर 30 मिनट तक

महापुण्य काल मुहूर्त- सुबह 08 बजकर 03 मिनट से सुबह 08 बजकर 27 मिनट तक

संक्रांति पल- सुबह 08 बजकर 03 मिनट

स्नान और दान का शुभ मुहूर्त

मकर संक्रांति का महा पुण्य काल स्नान और दान के लिए काफी अच्छा माना जाता है। ऐसे में ये दोनों कार्य आप सुबह 8 बजकर 30 मिनट से 10 बजकर 15 मिनट तक के बीच में कर लें। लेकिन आप इस दिन सुबह आठ बजे से लेकर शाम पांच बजे तक कभी भी दान और स्नान कर सकते हैं।

गंगा स्नान का महत्व

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, मकर संक्रांति के दिन ही गंगा जी भगीरथ के पीछे ललकर कपिल मुनि के आश्रम से होते हुए सागर में मिल गई थीं, इसीलिए मकर संक्रांति को गंगा स्नान का विशेष महत्व होता है।

मकर संक्रांति पर दान

इस दिन स्नान के अलावा दान का भी अधिक महत्व है। पुण्य काल में स्नान के बाद सूर्य उपासना के बाद जप, अनुष्ठान और दान-दक्षिणा देते हैं। इस दिन दान में गुड़, खिचड़ी, काले तिल, लकड़ी औक कंबल देने चाहिए। इससे काफी लाभ होता है।