नई दिल्ली। नए साल की शुरुआत के साथ ही नए त्योहारों का भी आगाज हो जाता है। साल 2024 में हर साल की तरह इस बार भी पौष माह में मकर संक्रांति सेलिब्रेट होगी लेकिन मकर संक्रांति 14 जनवरी को या 15 जनवरी को, इस बात को लेकर कंफ्यूजन बना हुआ है। दो तिथि दोनों की वजह से लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि त्योहार कब है। इस बार मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाई जाएगी क्योंकि प्रात: काल ही सूर्य का मकर राशि में परिवर्तन होगा। बता दें कि जब सूर्य धनु राशि से मकर में प्रवेश करते हैं, उसी दिन मकर संक्रांति बनाई जाती है। इस वक्त सूर्य उत्तरायण में होते हैं। तो चलिए जानते हैं मकर संक्रांति का शुभ मुहूर्त और इसका महत्व।
मकर संक्रांति का शुभ मुहूर्त और तिथि
15 जनवरी को मकर संक्रांति मनाई जाएगी और शुभ मुहूर्त की बात करें तो सूर्य 15 जनवरी की सुबह 2 बजकर 54 मिनट पर धनु राशि से अपनी स्थिति बदलकर मकर राशि में स्थान लेंगे।
पुण्यकाल- पुण्य काल का मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 16 मिनट से शुरू होकर शाम 5 बजकर 26 मिनट कर रहेगा। इसकी कुल समय अवधि 5 घंटे 10 मिनट तक रहेगी।
महापुण्य काल- महा पुण्य काल मुहूर्त दोपहर 3 बजकर 43 मिनट से लेकर शाम 5 बजकर 26 मिनट कर रहेगा। इसकी अवधि समय 1 घंटा 43 मिनट होगा।
मकर संक्रांति महत्व और पूजा विधि
हिंदू धर्म में मकर संक्रांति का विशेष महत्व है। इस दिन पीले वस्त्र पहनना भी बेहद शुभ माना जाता है। इस दिन लोग पवित्र नदी में स्नान करते हैं और पितरों की शांत करने के लिए दान भी भी करते हैं। इस दिन सूर्य की पूजा का विशेष महत्व है। लोग नदी से सूर्य को अर्घ्य दे सकते हैं या घर से भी सूरज की पूजा कर सकते हैं। जो लोग करियर में सफलता नहीं पा रहे हैं वो विशेष रूप से सूर्य को जल देकर अपने करियर को चमका सकते हैं। सूर्य तरक्की और उन्नति का स्त्रोत है।