नई दिल्ली। चैत्र नवरात्रि Chaitra Navratri 2023) के छवे दिन मां आदिशक्ति के छठे स्वरूप (Navratri 2023 Day 6) मां कात्यायनी (Maa Katyayni) की पूजा की जाती है। ऋषि कात्यायन की पुत्री होने के कारण इनका नाम कात्यायनी पड़ा। सिंह पर सवार मां कात्यायनी की चार भुजाएं हैं। मां के एक हाथ में तलवार, दूसरे में कमल हैं। वहीं, शेष दो भुजाओं में से एक भुजा अभय मुद्रा में है, तो दूसरा हाथ वरदमुद्रा में है। मां कात्यायनी की पूजा (Maa Katyayni Puja Vidhi) से भक्तों के सभी कष्ट दूर होते हैं। जिन लोगों को मनचाहा वर चाहिए उन्हें मां कात्यायनी की पूजा जरूर करनी चाहिए। मां दानवों और पाप का खात्मा करती है और भक्तों पर अपनी कृपा बरसाती हैं। चलिए अब आपको बताते हैं किस तरह करनी है मां दुर्गा के छठे स्वरूप माता कात्यायनी की पूजा और क्या है मां का प्रिय रंग और भोग…
इस प्रकार करें मां मां कात्यायनी की पूजा, जानें प्रिय रंग और भोग (Maa Katyayni Puja Vidhi, Bhog, Colour)
- चार भुजाओं वाली मां कात्यायनी की पूजा के लिए सुबह जल्दी उठें.
- मां को पीला रंग प्रिय है ऐसे में स्नान के बाद पीले रंग के वस्त्र धारण करें.
- जितना हो सके मां की पूजा में भी पीले रंग का ही ज्यादा इस्तेमाल करें.
- अब मां के समक्ष बैठकर उनका ध्यान करें और केसर मिले दूध से मां का अभिषेक करें.
- अब मां को रोली, मौली, हल्दी, अक्षत, फूल अर्पित करें.
- मां को शहद प्रिय है ऐसे में मां को शहद का भोग लगाएं.
- अब मां के मंत्र ॐ देवी कात्यायन्यै नमः का एक माला (108 बार) जाप करें।
- अब मां की आरती करके प्रसाद सभी में बांटे.
नवरात्रि के छठे दिन इन मंत्रों का करें जाप
मां कात्यायनी का बीज मंत्र- क्लीं श्री त्रिनेत्रायै नम:
मां कात्यायनी का पूजा मंत्र- मां देवी कात्यायन्यै नमः
मां कात्यायनी का स्तुति मंत्र- या देवी सर्वभूतेषु माँ कात्यायनी रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः