newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Chaitra Navratri 2023: नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री को चढ़ाएं ये खास चीज, मिलेगी हर काम में सफलता

Chaitra Navratri 2023: हिमालय की पुत्री होने की वजह से मां को शैलपुत्री नाम से जाना जाता है। मां का ये स्वरूप काफी नरम, उदार, कोमल हृदय की और दयालु स्वभाव का होता है। यही वजह है कि जो भी भक्त सच्चे मन से मां शैलपुत्री को याद कर ले तो वो उसकी सारी मनोकामनाएं पूरी कर देती हैं।

नई दिल्ली। चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो गई है। आज 22 मार्च 2023 को नवरात्रि का पहला दिन है। नवरात्रि का पहला दिन मां दुर्गा के शैलपुत्री को समर्पित है। आज ही दिन घट स्थापना यानी कलश की स्थापना भी की जाती है। कलश स्थापना के साथ ही मिट्टी में जौ भी बोए जाते हैं। नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा-अर्चना की जाती है। हिमालय की पुत्री होने की वजह से मां को शैलपुत्री नाम से जाना जाता है। मां का ये स्वरूप काफी नरम, उदार, कोमल हृदय की और दयालु स्वभाव का होता है। यही वजह है कि जो भी भक्त सच्चे मन से मां शैलपुत्री को याद कर ले तो वो उसकी सारी मनोकामनाएं पूरी कर देती हैं।

Chaitra Navratri 2023

नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा के दौरान उन्हें क्या चीजें चढ़ानी चाहिए, किस रंग के वस्त्र आपको धारण करने चाहिए और मां को भोग किस चीज का लगाना है चलिए आपको बताते हैं…

Chaitra Navratri 2023 Date

नवरात्रि के पहले दिन करें ये काम

चैत्र नवरात्रि के पहले दिन सुबह ब्रह्म मुहुर्त में उठें। स्नान आदि करने के बाद साफ वस्त्रों को धारण करें। मां को लाल और सफेद रंग प्रिय है। ऐसे में आप इनमें से कोई भी रंग के वस्त्र धारण करें। अब आसन पर बैठ जाएं। अब मां की मूर्ति या तस्वीर को आप जहां स्थापित करना चाहते हैं वहां लाल रंग का वस्त्र बिछाएं। अब मां के स्वरूप को इसपर विराजित करें। इसके दाई तरफ कलश स्थापना करें साथ ही जौ भी बोएं। इस बात का ख्याल रखें कि इन सब से पहले आपको इस स्थान को गंगाजल से साफ कर लेना चाहिए।

Chaitra Navratri 2023..

चढ़ाएं मां शैलपुत्री को ये चीजें

मां शैलपुत्री को सफेद रंग प्रिय है ऐसे में आप उन्हें सफेद रंग के फूल ही अर्पित करें। अगर आपको सफेद रंग के फूल नहीं मिल पा रहे हैं तो आप इनकी जगह पीले या फिर लाल रंग के फूल चढ़ा सकते है। मां को भोग में दूध, घी से बनी चीजों का भोग लगाएं। इस भोग से मां प्रसन्न होती है। अब धूप-दीप आदि दिखाकर मां की आरती करें।