
नई दिल्ली। आज 28 जनवरी 2023, शनिवार को रथ सप्तमी मनाई जा रही है। रथ सप्तमी (Ratha Saptami 2023) भगवान सूर्य देव के जन्म दिवस के रूप में मनाई जाती है। कहते हैं इसी दिन पहली बार पृथ्वी पर भगवान सूर्य की किरणें पड़ी थी। सूर्य देव इस दिन ही हीरे जड़े सोने के रथ पर विराजमान हुए थे। कहते हैं जो भी लोग इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान और सूर्य देव की आराधना करके उन्हें अर्ध देता है तो उसके सात महापाप खत्म हो जाते हैं। अगर व्यक्ति किसी समस्या से जूझ रहा होता है तो वो भी खत्म हो जाते हैं। व्यक्ति को रोग-दोष सभी से छुटकारा मिल जाता है। तो चलिए जानते हैं रथ सप्तमी (Ratha Saptami) पर क्या है शुभ मुहूर्त और किस तरह से करनी है पूजा…
ये है सूर्य सप्तमी मुहूर्त (Surya Saptami 2023 Muhurat)
माघ शुक्ल सप्तमी तिथि की शुरुआत 27 जनवरी सुबह 9:10 पर हो गई थी जो कि अगले दिन यानी आज 28 जनवरी सुबह 8:43 पर खत्म होगी।
स्नान का शुभ मुहूर्त 28 जनवरी 2023 सुबह 5:29 से 7:14 तक है।
साध्य योग 27 जनवरी को दोपहर 1:22 से अगले दिन 28 जनवरी को सुबह 11:55 तक रहेगा।
इस तरह से करें पूजा (Surya Saptami Puja vidhi)
- सूर्य सप्तमी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर, आक के पत्ते पर 7 बेर रखें और सूर्यदेव का ध्यान करते हुए स्नान करें।
- स्नान के वक्त ओम मार्तण्डाय नमः मंत्र का जाप करें और फिर लाल रंग के वस्त्र धारण करें
- अब एक तांबे का लौट लें इसमें गंगाजल डालकर लाल फूल, तिल, गुड़ मिलाएं।
- अब ओम आदित्याय नमः मंत्र का जाप करें और सूर्य देव को अर्ध दें।
- अब जहां आप खड़ें हैं उसके चारों तरफ थोड़ा जल छिड़कें और वहीं खड़े होकर परिक्रमा करें।
- अब लाल चंदन, कुमकुम से भगवान सूर्य की पूजा कर उन्हें खीर और मालपुआ का भोग लगाएं।
- अब आखिर में सूर्य चालीसा का पाठ कर सूर्य देव की आरती करें।