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Astro-Tips Saturday: शनिवार को जन्में लोग किस क्षेत्र में पाते हैं सफलता?, जानिए कैसा होता है उनका स्वभाव?

Astro-Tips Saturday: शनिवार को जन्में लोगों में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है। ये लोग वादे के पक्के होते हैं। ये लोग थोड़े कंजूस प्रवृत्ति के होने के साथ ही काफी गुस्से वाले होते हैं। इन्हें अपने अलावा किसी और की बात सही नहीं लगती है।

नई दिल्ली। ज्योतिष में किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व जानने के कई तरीके बताए गए हैं। इनमें से एक है, सप्ताह के किसी भी दिन जन्म लेने वाले व्यक्ति के व्यक्तित्व पर उस ग्रह का गहरा प्रभाव पड़ता है। इन ग्रहों और नक्षत्रों की स्थिति का अध्ययन करके व्यक्ति के बारे में काफी कुछ पता लगाया जा सकता है। इन ग्रहों और नक्षत्रों के प्रभाव की वजह से ही मनुष्य के जीवन में उतार चढ़ाव भी देखने को मिलते हैं। इनके प्रभाव से जीवन में आने वाली परेशानियों और कठिनाइयों से छुटकारा पाने के लिए ज्योतिष में बहुत से उपाय बताये गए हैं। लेकिन आज हम आपको बताएंगे कि शनिवार को जन्में व्यक्ति का स्वभाव कैसा होता है? साथ ही उसके सकारात्मक और नकारात्मक पहलुओं के बारे में भी जानेंगे। इसके अलावा भी उनके बारे में आपको कुछ बातें बताएंगे…

शनिवार को जन्में लोगों में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है। ये लोग वादे के पक्के होते हैं। ये लोग थोड़े कंजूस प्रवृत्ति के होने के साथ ही काफी गुस्से वाले होते हैं। इन्हें अपने अलावा किसी और की बात सही नहीं लगती है।शनिवार को जन्म लेने वाले लोग काफी मेहनती और हंसमुख स्वभाव के होते हैं। इनके जीवन में कितने भी कष्ट आ जाएं इनके चेहरे से मुस्कान कभी नहीं हटती। इन पर शनि देव का आशीर्वाद हमेशा बना रहता है, यही कारण है कि ये कभी भी अपने लक्ष्य से नहीं भटकते और हर काम में विजयी भी होते हैं। इस दिन जन्म लेने वाले ज्यादातर लोग सामान्य कद काठी के होते हैं। वो न तो बहुत ज्यादा मोटे होते हैं और न हीं बहुत अधिक दुबले होते हैं।

ये लोग जिस भी काम को हाथ में लेते हैं उसमें बड़ी जल्दी दक्षता हासिल कर लेते हैं। ये लोग अगर विज्ञान, टेक्निकल, कृषि, वाहन, संबंधी, भूगोलविद, पुरातत्व के जानकार, जज, आईटी फील्ड, जासूस या गुप्त विभाग, पत्थर, लकड़ी से संबंधित क्षेत्रों को चुनते हैं, तो उन्हें अच्छी सफलता हासिल होती है। शनिवार को जन्म लेने वाले व्यक्ति को अधिकतर नसों से संबंधित रोग, हड्डी रोग, गठिया, पथरी, जोड़ों का दर्द, शारीरिक कमजोरी, सूखा रोग, कान के रोग, कमर या पीठ दर्द और पैर से जुड़ी बीमारियां होने की संभावना बनी रहती है।