newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Benifits Of Wearing Lehsuniya: इन चार राशि वालों को लहसुनिया पहनने से होगा नुकसान, जानें कौन धारण कर सकता है ये रत्न

Benifits Of Wearing Lehsuniya: बेहद चमकीला दिखने वाला ये रत्न बनावट में बिल्ली की आंखों की तरह होता है, जिस वजह से इसे अंग्रेजी में ”कैट्स आई (Cats Eyes)” भी कहते हैं। रत्न शास्त्र के मुताबिक लहसुनिया धारण करने से मानसिक, शारीरिक और आर्थिक परेशानियों से मुक्ति मिलती है। तो चलिए आपको बताते हैं कि लहसुनिया धारण करना किनके लिए हैं फायदेमंद और किसे पहुंचा सकता है नुकसान?

नई दिल्ली। रत्न शास्त्र में हर रत्न का अपना एक अलग और खास महत्त्व होता है। इन्हीं रत्नों में से एक है लहसुनिया। इस रत्न को केतु रत्न माना गया है। ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार कुंडली में केतु की स्थिति कमजोर हो तो इस रत्न को धारण करना बेहद लाभकारी माना जाता है। लहसुनिया धारण करने से बिजनेस, नौकरी आदि में भी लाभ मिलता है। बेहद चमकीला दिखने वाला ये रत्न बनावट में बिल्ली की आंखों की तरह होता है, जिस वजह से इसे अंग्रेजी में ”कैट्स आई (Cats Eyes)” भी कहते हैं। रत्न शास्त्र के मुताबिक लहसुनिया धारण करने से मानसिक, शारीरिक और आर्थिक परेशानियों से मुक्ति मिलती है। तो चलिए आपको बताते हैं कि लहसुनिया धारण करना किनके लिए हैं फायदेमंद और किसे पहुंचा सकता है नुकसान?

किसे पहनना चाहिए लहसुनिया?

  • ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिन लोगों की कुंडली में केतु की स्थिति कमजोर होती है, उन्हें लहसुनिया धारण करना चाहिए। ऐसा करने से जातक को हर तरीके के डर से छुटकारा मिलता है।
  • जातक की कुंडली में अगर केतु की महादशा चल रही है तो भी लहसुनिया पहनना लाभकारी होगा।
  • कुंडली में अगर केतु के साथ सूर्य है ऐसे में भी लहसुनिया धारण करना चाहिए।
  • ऐसे लोग भी इस रत्न को पहन सकते हैं जिनकी कुंडली में केतु प्रथम, तीसरे, चौथे, पांचवें, नौवें और दसवें भाव पर स्थित है।
  • नजर दोष से बचने के लिए भी लहसुनिया रत्न धारण किया जा सकता है। अगर आप ये रत्न किसी बच्चे को पहना रहें हैं तो इसे चांदी के लॉकेट में जोड़कर पहन सकते हैं।
  • अगर किसी व्यक्ति को व्यापार में लगातार घाटा हो रहा है तो भी लहसुनिया धारण किया जा सकता है।
  • अगर व्यक्ति की कुंडली में केतु भाग्येश या फिर पांचवें भाव में है तो भी लहसुनिया धारण करना लाभकारी होगा।

किसे नहीं पहनना चाहिए लहसुनिया रत्न ?

  • मेष, सिंह, धनु और मीन राशि वाले जातकों को लहसुनिया धारण नहीं करना चाहिए। इसके अतरिक्त गर्भवती महिलाओं और कालसर्प दोष या कमजोर हृदय और मस्तिष्क वाले लोगों को भी लहसुनिया पहनने से बचना चाहिए।
  • जिन जातकों की कुंडली में केतु दूसरे, सातवें, आठवें या बारहवें भाव में है, उन लोगों को भी यह रत्न नहीं पहनना चाहिए।
  • साथ ही इस बात का भी ख्याल रखें कि आप लहसुनिया को किसी और रत्न के साथ पहन रहे हैं तो इन रत्नो को साथ पहनना सही है या नहीं। दो रत्नो को एक साथ पहनने से भी अच्छा या बुरा, कोई भी प्रभाव पड़ सकता है। जैसे की लहसुनिया को पुखराज, माणिक, हीरा और मोती के साथ पहनने से नकारात्मक असर पड़ता और आपको नुकसान हो सकता है।

डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में दी गई जानकरियों की न्युजरूमपोस्ट पूरी तरह से पुष्टि नहीं करता है। अर्थात इसे अपनाने से पहले इस क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।