
6 जून बुध का मिथुन राशि में प्रवेश
7 जून मंगल का सिंह राशि में प्रवेश
11 जून बुध का मिथुन राशि में उदय होना
15 जून सूर्य का मिथुन राशि में गोचर
22 जून बुध का कर्क राशि में गोचर
29 जून शुक्र का वृषभ राशि में प्रवेश
मासिक ग्रह गोचर
सूर्य
वैदिक गणित में ग्रहों के राजा माने गए सूर्य प्रत्येक एक वर्ष में अपनी परिक्रमा पूरी करते हैं। निरायण पद्धित में माह 15 तारीके आसपास सूर्य का राशि परिवर्तन होता है। इसे हम संक्रांति भी कहते हैं। 14 मई को ज्येष्ठ संक्रांति थी। प्रवेशकाल रात्रि 12.11 मिनट था और पुण्यकाल सुबह 6.35 मिनट तक था। अभी सूर्य वृषभ राशि में है। अगली आषाढ़ संक्रांति 15 जून को होगी। सूर्य 1 से 4 जून तक रोहिणी, 8 से 18 जून तक मृगशिरा नक्षत्र में भ्रमण करेंगे।
चंद्रमा
चंद्रमा की गति सबसे तीव्र होती है। यह लगभग 27 दिनों में अपनी परिक्रमा पूरी करता है। तेज गति के कारण इसे मन का कारक बताया गया है। यह एक राशि में लगभग सवा दो दिनों तक रहता है। 1 से 4 जून तक सिंह राशि, 4 से 6 जून तक कन्या और 6 से 9 तक तुला राशि में भ्रमण करेगा।इस बीच मघा, पूर्व फाल्गुनी, उत्तर फाल्गुनी, हस्त, चित्रा और स्वाति नक्षत्र में चंद्रमा का भ्रमण होगा।
मंगल
मंगल 686.98 दिनों मेंअपनी एक परिक्रमा पूरी करता है। वर्तमान में वह कर्क राशि में विचरण कर रहे हैं। 7 जून 2025 को वह अपने मित्र सूर्य की राशि सिंह में प्रवेश करेंगे।31 मई से 7 जून तक मघा नक्षत्र के पहले चरण में रहेंगे।
बुध
बुध 87.97 दिनों में अपनी परिक्रमा पूरी करते हैं। वर्तमान में वृष राशि में हैं। 6 जून को वह मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। 1 जून तक रोहिणी नक्षत्र के चौथे चरण में विचरण करेंगे। 1 से 7 जून तक मृगशिरा में रहेंगे।
बृहस्पति
बृहस्पति 12 वर्षों में अपनी एक परिक्रमा को पूरी करते हैं। वर्तमान में वह मिथुन राशि में विचरण कर रहे हैं। 30 मई 2025 से 13 जून 2025 तक आर्द्रा के पहले चरण में रहेंगे।
शुक्र
शुक्र 224.70 दिनों में अपनी एक परिक्रमा पूरी करते हैं। वर्तमान में वह मेष राशि में विचरण कर रहे हैं। 31 मई से 10 जून 2025 वह अश्विनी नक्षत्र में होंगे।
शनि
शनि लगभग 30 वर्षों में अपनी परिक्रमा पूरी करते हैं। वर्तमान में वह मीन राशि में विचरण कर रहे हैं। 7 जून तक वह उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में रहेंगे।
राहु/केतु
राहु-केतु अपनी परिक्रमा 18 वर्षो में पूरी करते हैं। वर्तमान में राहु कुंभ राशि में और केतु सिंह राशि में विचरण कर रहे हैं। राहु पूर्वभाद्रपद के दूसरे चरण और केतु पूर्वफाल्गुनी के चौथे चरण में हैं।
जून माह के तीज-त्यौहार
1 जून – अरण्य षष्ठी एवं विन्ध्यवासिनी पूजा
3 जून – दुर्गाष्टमी, धूमावती जयंती (मासिक)
3 जून – मेला क्षीर-भवानी (कश्मीर)
5 जून- गंगा दशहरा
6 जून – निर्जला एकादशी
10-11 जून – पूर्णिमा
11 जून – कबीर जयंती
12 जून – श्री गुरुहरगोविंद सिंह जयंती (सिख)
15 जून – मिथुन संक्रांति
18 जून – मासिक कालाष्टमी (आषाढ़)
21 जून- सायन दक्षिणायन प्रारंभ
23 जून – मासिक शिवरात्रि (आषाढ़)
25 जून – अमावस्या (आषाढ़)
26 जून – गुप्त नवरात्र प्रारंभ
27 जून – श्री जगदीश रथयात्रा (पुरी)