
नई दिल्ली। आज शुक्रवार 24 मार्च को नवरात्रि के पावन पर्व का तीसरा दिन है। मां शक्ति (दुर्गा) के तीसरे स्वरूप मां चंद्रघंटा की इस दिन पूजा की जाती है। मां चंद्रघंटा भय और संकट दूर करने वाली देवी है। सिंह पर सवार इस मां की अराधना करने से भक्तों में आत्मविश्वास बढ़ता है। उन्हें किसी प्रकार का कोई डर नहीं रहता। यूं तो मां चंद्रघंटा सच्चे मन से याद करने वालों पर ही अपनी कृपा बरसा देती है लेकिन अगर आप मां की असीम कृपा अपने उपर पाना चाहते हैं तो आप कुछ मंत्रों का जाप कर सकते हैं। आज हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगें किन मंत्रों का जाप करने से आप मां चंद्रघंटा (Maa Chandraghanta) की कृपा पा सकते है। इसके अलावा मां आपकी समस्त मनोकामनाओं को भी दूर कर देंगी। तो चलिए जानते हैं क्या हैं वो मंत्र…
कैसा है माँ चंद्रघंटा का स्वरूप
नवरात्रि के नौ दिनों में पूजी जाने वाली हर एक माता का अपना एक खास महत्व है। इसी तरह नवरात्रि के तीसरे दिन पूजी जाने वाली माता चंद्रघंटा हैं। माँ चंद्रघंटा सिंह पर सवार है। मां ने अपना ये रूप राक्षसों के खात्में के लिए लिया था। मां के हाथों में तलवार, त्रिशूल, धनुष व गदा है। इसके अलावा मां के माथे पर अर्द्ध चंद्र विराजमान है। यही कारण है कि मां को चंद्रघंटा कहा जाता है। सिंह पर सवार होकर भी मां को मुख सौम्य और शांत है।
मां चंद्रघंटा को प्रसन्न करने के लिए करें इन मंत्रों का जाप
- ॐ देवी चन्द्रघण्टायै नमः
- पिण्डज प्रवरारूढा चण्डकोपास्त्रकैर्युता।
प्रसादं तनुते मह्यम् चन्द्रघण्टेति विश्रुता॥