नई दिल्ली। देश भर में कृष्णेश्वरी यानी श्री राधा रानी के जन्मोत्सव की धूम मची हुई है। इस अवसर पर राधारानी की जन्मस्थली बरसाना राधे-राधे को जयकारे से गूंज रहा है। मथुरा नगरी में भी भगवान कृष्ण की प्रिया राधा-रानी का जन्मोत्सव काफी हर्सोल्लास के मनाया गया गया। इस मौके भर देशी-विदेशी भक्तों का सैलाब उमड़ा। राधा-रानी का जन्मोत्सव ठीक उसी तरीके से मनाया जा रहा है जैसे श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाता है। जिला मुख्यालय से लगभग 70 किलोमीटर की दूरी पर बने श्रीजी मंदिर में राधाष्टमी की भोर की बेला में धूमधाम से राधा जी का जन्मोत्सव मनाया गया। मंदिर में सबसे पहले राधा रानी का अभिषेक किया गया। उसके बाद मंगला आरती की गई। आरती के राधा जी का दूध, दही, शहद, इत्र और गुलाबजल में कई जडी-बूटियाँ मिश्रित कर उनका अभिषेक किया गया। इस अवसर पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु एकत्रित हुए और इस पावन बेला पर राधा जी के दर्शन किये।
वहीं, लाड़िली जी मन्दिर में वहां के सेवायतों ने वैदिक रीति से 27 तीर्थों के कुओं के जल और पंचामृत से राधारानी का महाभिषेक किया। राधा जी के इस अनोखे रूप और दृश्य के दर्शन के लिये दूर-दूर से आए लाखों भक्त ने कल शाम से बरसाना में डेरा डाल लिया। इस अवसर पर जगह-जगह पर भजन कीर्तन आदि का भी धार्मिक आयोजन किया गया। इसके अलावा देश के बड़े-बड़े राधा-कृष्ण मंदिरों में भी इस पर्व का आयोजन किया गया।
जयपुर में राधाष्टमी आज मनाई गई। छोटी काशी में स्थित राधा-कृष्ण मंदिरों में आयोजन किए गए। इतना ही नहीं देवस्थान विभाग की ओर से भी आयोजन मंदिरों में आयोजन किए गए। बृजनिधि के मंदिरों में धूमधाम से राधाष्टमी का पर्व मनाया गया साथ ही श्री गोपाल सहस्त्रनाम का भी पाठ किया गया।