
नई दिल्ली। दिसंबर महीने की 3 तारीख को गीता जयंती (Geeta jayanti 2022) मनाई जाएगी। हिन्दू धर्म में श्रीमद्भागवत गीता को पवित्र ग्रंथों में से एक माना जाता है। कहते हैं श्रीमद्भागवत गीता (Shrimad Bhagwat Geeta) में भगवान श्रीकृष्ण ने जन्म-मरण के रहस्य को विस्तार के साथ बताया है। ऐसे में जो भी व्यक्ति इसका पाठ करता है तो उसमें अपनी मुश्किलों का रास्ता निकालने की ज्ञान अपने आप ही आ जाता है। पुराणों में कहा जाता है कि जिन घरों में गीता का पाठ रोजाना होता है वहां लोगों में खुशहाली रहती है।
श्रीमद्भागवत गीता पवित्र ग्रंथ है ऐसे में इसे घर में रखने के दौरान कई बातों का खास ख्याल भी रखना होता है। जो लोग इन नियमों का पालन नहीं करते उन्हें इसका पूरा फायदा नहीं मिलता। तो चलिए आपको बताते हैं श्रीमद्भागवत गीता घर में रखने के दौरान आपको किन बातों का ख्याल रखना चाहिए।
इन नियमों का रखें ख्याल
- श्रीमद्भागवत गीता पवित्र ग्रंथ है ऐसे में इसे आपको पूजा स्थान पर ही रखना चाहिए।
- कभी भी बिना नहाए श्रीमद्भागवत गीता का ना तो पाठ करें और न ही इसे छूएं। जो लोग ऐसा करते हैं वो पाप के भागी बनते हैं।
- गीता पाठ शुरू करने से पहले विघ्नहर्ता भगवान गणेश और श्री कृष्ण का ध्यान करें।
- वैसे तो आप किसी भी वक्त गीता का पाठ कर सकते हैं लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि अगर आपने को कोई अध्याय शुरू कर दिया है तो इसे खत्म करके ही उठे। अध्याय के बीच कभी नहीं उठना चाहिए।
- पाठ करने के लिए आपने पहली बार जिस आसान का इस्तेमाल किया है उसी का ही हर बार करें। बार-बार अपने आसान को न बदलें। इससे आपको पाठ का पूरा फायदा नहीं मिलता।
- कभी भी श्रीमद्भागवत गीता को जमीन पर रखकर नहीं पठना चाहिए। हमेशा पूजा चौकी या फिर काठ (लकड़ी से बना स्टेंड) में रखकर ही इसका पाठ करें।