नई दिल्ली। इस साल बसंत पंचमी का त्योहार 26 जनवरी को मनाया जाएगा। माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी मनाई जाएगी। बसंत पंचमी को सरस्वती पूजा, श्री पंचमी और सरस्वती पंचमी के नाम से भी जाना जाता है। इसी दिन से बसंत ऋतु का भी आगमन हो जाता है। बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा करने से व्यक्ति को ज्ञान, बुद्धि तो मिलती ही साथ ही अज्ञानता, आलस से भी वो दूर रहता है। वैसे तो बसंत पंचमी अपने आप में खास है लेकिन इस बार के बसंत पंचमी पर चार योग बन रहे हैं जो इसकी महत्ता को और बढ़ा रहे हैं। तो चलिए जानते हैं बसंत पंचमी पर कौन से चार शुभ योग बन रहे हैं…
बसंत पंचमी पर बन रहे हैं ये 4 योग
शिव योग- बसंत पंचमी की शुरुआत शिव योग में हो रही है। 25 जनवरी को शाम 6:15 मिनट से ये शुरू होगा जो कि अगले दिन 26 जनवरी को 3:29 मिनट रहेगा।
सिद्ध योग- बसंत पंचमी पर शिव योग के खत्म होते ही सिद्ध योग शुरू होगा जो कि 26 जनवरी को दोपहर 3:29 मिनट से अगले दिन 27 जनवरी को दोपहर 1:22 मिनट तक रहेगा।
सर्वार्थ सिद्धि योग- बसंत पंचमी पर सर्वार्थ सिद्धि का शुभ योग भी बन रहा है। ये शाम 6:57 मिनट से शुरू होगा जो अगले दिन 27 जनवरी को सुबह 7:12 मिनट पर खत्म होगा।
रवि योग- बसंत पंचमी पर रवि योग भी बन रहा है जो कि शाम 6:57 मिनट से शुरू होगा जो कि अगले दिन सुबह 7:12 तक रहेगा
इस तरह से करें पूजा
- बसंत पंचमी के दिन सुबह जल्दी स्नान करके पीले रंग के वस्त्र धारण करें।
- पीला रंग मां सरस्वती को काफी पसंद है ऐसे में मां सरस्वती की सच्चे मन से आराधना कर उन्हें पीले रंग के कपड़े, पीले रंग की मिठाई और पीले रंग के फूल चढ़ाएं।
- अब आप पूजा स्थल की तैयारी करने के बाद बच्चों के साथ पूजा करने बैठें।
- मां को सारी चीजें चढ़ाकर रोली, मोली, हल्दी, अक्षत, फूल, मिठाइयां चढ़ाकर उनकी आरती उतारें।