नई दिल्ली। माघ माह पूर्णिमा का महत्व बहुत माना जाता है। इस दिन लोग भगवान विष्णु की पूजा कर व्रत रखते हैं जिसे चंद्रमा को देखने के बाद ही पूरा माना जाता है। इस बार माघ पूर्णिमा 16 फरवरी यानी आज है। पुराणों में आज के दिन स्नान के बाद दान का बहुत महत्व बताया गया है। कहा जाता है, कि आज के दिन खुद साक्षात देवता धरती पर आकर गंगा स्नान करते हैं और स्नान का पुण्य कमाते हैं। इसके अलावा पूजा को पूर्ण करने के लिए कुछ नियमों को मानना भी बहुत जरूरी है। तो चलिए आप हम आपको पूजा से जुड़े नियम, उपाय और अहम बातें बताते हैं जो आपके लिए जानना बहुत जरूरी है।
माघ पूर्णिमा 2022 तारीख
इस साल माघ पूर्णिमा व्रत 16 फरवरी को है।
माघ पूर्णिमा 2022 तिथि का समय
पूर्णिमा तिथि 15 फरवरी को रात 9:42 बजे शुरू होती है और 16 फरवरी को रात 10:25 बजे तक रहेगी।
व्रत से जुड़े खास नियम और दान
आज व्रत रखने के साथ किसी भी नदी (गंगा या यमुना) में स्नान करना शुभ होगा। अगर आप ऐसा नहीं कर पा रहे हैं, तो घर पर ही बाल्टी में गंगाजल मिलाकर स्नान कर सकते हैं, साथ ही सत्यनारायण भगवान की कथा का पाठ करना चाहिए और व्रत पूर्ति के बाद दान जरूर करें। आज के दिन तिल, घी, अनाज, गर्म वस्त्र और कंबल का दान करना फलदायी होगा। मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की खास कृपा पाने के लिए कुछ उपाय भी कर सकते हैं। इसके लिए पूजा के समय लक्ष्मी जी के मंत्र का जाप करें। इससे आपके धन में वृद्धि होगी। मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु को लाल और पीला रंग बेहद प्रिय है तो लाल और पीले रंग के व्रत या सिंदूर भगवान को अर्पित करें। आज के दिन रात के समय चंद्र देवता को खीर अर्पित करने का भी महत्व है। खीर बनाकर चंद्र देवता की शीतल छाया में रखकर सुबह भोग लगाएं।