नई दिल्ली। इस बार विवाह पंचमी 17 दिसंबर को मनाई जाएगी, हालांकि विवाह पंचमी का मुहूर्त देर रात 16 दिसंबर से ही शुरू हो जाएगा। विवाह पंचमी का हिंदू पुराणों में बेहद खास महत्व है क्योंकि इसी दिन भगवान राम और माता सीता की शादी हुई थी। बहुत कम लोग ही ये बात जानते हैं कि आज वो जगह कहां हैं, यहां माता सीता और भगवान राम ने फेरे लिए थे। इसके अलावा ये त्योहार सिर्फ हिंदुओं के लिए ही नहीं बल्कि नेपालियों के लिए भी बेहद खास माना जाता है। इस दिन नेपाल की एक खास जगह पर मेला जैसे त्योहार मनाते हैं और मंडप भी सजाते हैं। हम बात कर रहे हैं जनकपुरी धाम की, जोकि नेपाल में स्थित है।
5 दिन का होता है महा उत्सव
जनकपुरी धाम में श्रीराम ने भगवान शिव के धनुष को तोड़ा था और मां सीता से शादी की थी। नेपाल में जनकपुरी धाम में को बेहद पवित्र माना जाता है और लोग वहां शादी करना बेहद शुभ मानते हैं। मान्यता है कि जो जोड़ा वहां पर शादी करता हैं, उसे माता सीता और भगवान राम का आशीर्वाद मिलता है। इसके अलावा इनका दांपत्य जीवन बेहद सुखी रहता है। विवाह पंचमी के दिन जनकपुरी धाम में खास तैयारियां होती हैं।5 दिनों तक चलने वाले इस उत्सव में मेले का आयोजन भी होता है। माना जाता है कि यहीं पर राम-सीता ने अग्नि के सामने सात फेरे लिए थे। इस दिन हर साल शादी के लिए मंडप सजाया जाता है और माता सीता और भगवान राम की शादी कराई जाती है।
दूर-दूर से आते हैं लोग
वहां के लोग जनकपुरी धाम को भगवान राम की ससुराल कहकर भी संबोधित करते हैं। पर्यटक स्थल के तौर पर भी जनकपुरी धाम की मान्यता बहुत ज्यादा है। देश के कोने-कोने से लोग यहां भगवान राम और सीता के दर्शन करने के लिए आते हैं। बता दें कि यहीं पर माता सीता का भी जन्म हुआ था, जोकि धरती से जन्मी थी। उस वक्त के राजा जनक ने सीता को अपनी पुत्री माना था और पूरी शान के साथ उनका विवाह किया था।