
नई दिल्ली। हिन्दू धर्म में व्रत, पूजा-पाठ अमावस्या सभी को खास महत्व दिया गया है। अमावस्या का दिन पितरों के लिए पूजा के लिए सबसे शुभ माना जाता है। कहा जाता है जिनकी कुंडली में पितृ दोष हैं और वो अपने पूर्वजों की शांति-आशीर्वाद के लिए इन दिन पूजा पाठ जरूर करें। हर महीने अमावस्या पड़ती है। इस दिन गंगा या फिर किसी पवित्र नदी में स्नान और दान करना शुभ माना जाता है। कहते हैं इस अमावस्या (Amavasya 2023) का व्रत उन महिलाओं को भी करना चाहिए जिनकी कोई संतान नहीं है। अमावस्या के व्रत को करने से उन्हें संतान की प्राप्ति होती है और उनके पति की उम्र भी लंबी होती है। अमावस्या का व्रत करने वाली महिलाओं के सुहाग पर भी कभी कोई संकट नहीं आता है। इन्हीं वजहों से अमावस्या का हिंदू धर्म में खास महत्व होता है।
कई प्रकार की होती है अमावस्या
सोमवार को पड़ने वाली अमावस्या सोमवती अमावस्या कहलाती है। इसी तरह कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली कार्तिक अमावस्या, मौनी अमावस्या, शनिश्चरी अमावस्या, वट सावित्री व्रत, भौमवती अमावस्या, महालया अमावस्या (पितृ पक्ष) का भी खास महत्व है। चलिए अब आपको बताते हैं साल 2023 में कितनी और कब-कब अमावस्या पडेगी।
साल 2023 में इस तारीख को पड़ेगी अमावस्या
21 जनवरी 2023- माघ अमावस्या (शनिवार)
20 फरवरी 2023- फाल्गुन अमावस्या (सोमवार)
21 मार्च 2023- चैत्र अमावस्या (मंगलवार)
19 अप्रैल 2023- वैशाख अमावस्या (बुधवार)
19 मई 2023- ज्येष्ठ अमावस्या (शुक्रवार)
17 जून 2023- आषाढ़ अमावस्या (शनिवार)
17 जुलाई 2023- श्रावण अमावस्या (सोमवार)
16 अगस्त 2023- श्रावण अधिक अमावस्या (बुधवार)
14 सितंबर 2023- भाद्रपद अमावस्या (गुरुवार)
14 अक्टूबर 2023- अश्विनी अमावस्या (शनिवार)
13 नवम्बर 2023- कार्तिक अमावस्या (सोमवार)
12 दिसंबर 2023- मार्गशीर्ष अमावस्या (मंगलवार)
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