नई दिल्ली। राम भक्त हनुमान को संकट मोचन, बजरंगबली, पवन पुत्र और भी न जाने कितने नामों से जाना जाता है। कहा जाता है कि जब भी कोई व्यक्ति दुख या संकट में हो तो महज हनुमान जी का नाम ही उसके सभी दुख दूर कर देते हैं। हनुमान जी खुद प्रभु राम के भक्त हैं ऐसे में अगर कोई राम लेता है तो उसकी रक्षा खुद बजरंगबली करते हैं। हर साल चैत्र शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को हनुमान जयंती का पर्व मनाया जाता है। कहा जाता है इसी दिन राम भक्त हनुमान जी का जन्म हुआ था। इसी दिन को हनुमान भक्त उनके जन्मदिन के तौर पर मनाते हैं। इस साल हनुमान जयंती की तारीफ को लेकर लोगों में असमंजस की स्थिति है। तो चलिए आपको बताते हैं कब मनाई जाएगी हनुमान जयंती और क्या है तिथि, शुभ-मुहूर्त और पूजा विधि…
कब मनाई जाएगी हनुमान जयंती 2023
इस साल हनुमान जयंती 6 अप्रैल 2023 को मनाई जाएगी। चैत्र पूर्णिमा की तिथि इस साल 5 अप्रैल 2023, बुधवार के दिन सुबह 9 बजकर 19 मिनट से शुरू हो रही है जो कि अगले दिन गुरुवार, 6 अप्रैल को 10 बजकर 4 मिनट पर खत्म होगी। उदया तिथि के हिसाब से हनुमान जयंती 6 अप्रैल को ही मनाई जाएगी।
किस दिन रखा जाएगा व्रत
उदया तिथि के हिसाब से हनुमान जयंती 6 अप्रैल 2023 को है तो व्रत भी इसी दिन किया जाएगा।
हनुमान जयंती पर पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है
- 6 अप्रैल को सुबह पूजा का मुहूर्त- 06:06 मिनट से 07:40 मिनट तक.
- 6 अप्रैल को दोपहर में पूजा का मुहूर्त- 12:24 मिनट से 01:58 मिनट तक
- 6 अप्रैल को शाम में पूजा का मुहूर्त 05:07 मिनट से 08:07 मिनट तक.
क्या है हनुमान जयंती का महत्व
हिन्दू धर्म में हनुमान जयंती का खास महत्व होता है। कहा जाता है जो भी व्यक्ति इस दिन सच्चे मन से बजरंग बली की पूजा अर्चना करता है तो उसके हर रोग, दोष दूर होते हैं। हर तरह के संकटों से पवन पुत्र रक्षा करते हैं। ऐसे लोगों के घरों और जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। जो लोग शनि का प्रकोप झेल रहे हैं उन लोगों को भी बजरंगबली की पूजा जयंती पर जरूर करनी चाहिए। हनुमान जयंती पर व्रत करने से शनि दोष भी दूर होता है।
इस तरह से करें हनुमान जयंति पर पूजा
हनुमानजी की पूजा में जितना हो सके लाल रंग का इस्तेमाल करें।
पूजा में सिंदूर, लाल पुष्प, अक्षत, सिंदूर, पान का बीड़ा, मोतीचूर के लड्डू, तुलसी दल और लाल लंगोट जरूर चढ़ाएं।
हनुमान जयंती पर आप हनुमान चालीसा का भी पाठ करें।
बजरंगबली को प्रसन्न करने के लिए उन्हें लड्डू, हलवा और केले का भोग लगाएं।
इस दिन बजरंग बाण का पाठ करना भी शुभ माना जाता है। इसके पाठ से आस-पास की नकारात्मक शक्तियां भी खत्म होती है।