नई दिल्ली। हिन्दू धर्म में एक त्योहार के खत्म होते ही दूसरा त्योहार और व्रत शुरू हो जाते हैं। 7 जनवरी, शनिवार से माघ का महीना शुरू हो रहा है। इसे सुख, धन, समृद्धि पाने वाला महीना भी कहा जाता है। हिंदू पंचांग के मुताबिक, पौष, शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के बाद ये माघ का महीना शुरू होता है। इस महीने में स्नान और दान को शुभ माना जाता है। कहा जाता है जो भी व्यक्ति अपनी गलतियां या पाप धोना चाहता है तो उसे इस माघ के महीने में किसी पवित्र नदी में जाकर स्नान करना चाहिए। इस बार माघ का महीना शनिवार 7 जनवरी से हो रहा है जो कि अगले महीने 5 फरवरी तक चलेगा।
क्यों माना जाता है इसे पवित्र माह
माघ के महीने के महत्व की बात करें तो पौराणिक कथाओं में ये बताया गया है कि एक बार गौतम ऋषि ने इंद्र देव को गुस्से में एक श्राप दे दिया था। श्राप के बाद इंद्र देव ने जब उनसे क्षमा याचना गौतम ऋषि के उन्हें कहा कि वो माघ महीने में गंगा स्नान करें। इससे आपके पाप और श्राप दोनों खत्म हो जाएंगे। तब से ही माघ माह में स्नान का महत्व सामने आया। लोग अपने पाप और गलतियों की छमा याचना के लिए ही इस महीने में पवित्र नदियों में स्नान करने जाते हैं।
इन बातों का माघ महीने में खास रखें ख्याल
- अगर आप आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं तो इस माघ महीने में तिल का दाम करें।
- माघ-महीने में भगवान विष्णु और सूर्य देव की पूजा से व्यक्ति को उनकी कृपा मिलती है।
- इस पूरे महीने जल्दी उठकर स्नान करें, स्वच्छ होने के बाद सूर्य देव को जल चढ़ाएं
- इस महीने में शाम के समय तुलसी पूजा का भी विधान है
- आप किसी विष्णु मंदिर में जाकर तिल भी अर्पित कर सकते हैं।
- अगर आप अपने पाप खत्म करना चाहते हैं तो इस महीने में किसी पवित्र नदी में स्नान जरूर करें।