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Masik Durga Ashtami 2022: इस विधि से करेंगे कार्तिक की मासिक दुर्गाष्टमी की पूजा तो पूरी होंगी सब मनोकामनाएं, जानिए इसका शुभ-मुहूर्त

Masik Durga Ashtami 2022: मां शक्ति की पूरी श्रद्धा और भक्ति भाव से पूजा करने से सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। कल से नवंबर महीने का आरंभ हो रहा है और इसकी शुरूआत यानी 1 नवंबर को ही दुर्गाष्टमी का पर्व मनाया जाएगा। तो आइये जानते हैं इसके शुभ-मुहूर्त और पूजा-विधि के बारे में…

नई दिल्ली। भारत में हर दिन कोई न कोई पर्व या व्रत पड़ता है। हिंदू पंचांग के मुताबिक साल के प्रत्येक माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मासिक दुर्गाष्टमी का पर्व मनाया जाता है। मां दुर्गा को समर्पित इस पर्व पर देवी दुर्गा की पूजा-अर्चना की जाती है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन मां शक्ति की पूरी श्रद्धा और भक्ति भाव से पूजा करने से सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। कल से नवंबर महीने का आरंभ हो रहा है और इसकी शुरूआत यानी 1 नवंबर को ही दुर्गाष्टमी का पर्व मनाया जाएगा। तो आइये जानते हैं इसके शुभ-मुहूर्त और पूजा-विधि के बारे में…

कार्तिक मास की दुर्गाष्टमी का शुभ-मुहूर्त-

कार्तिक की शुक्ल अष्टमी का प्रारम्भ – 01 नवंबर की सुबह 01:11 बजे

अष्टमी की समाप्ति – 01 नवंबर की शाम 11:04 बजे

पूजा-विधि

1.इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नानादि करने के बाद पूजा-स्थल को साफ कर लें।

2.अब यहां गंगाजल डालकर उसे शुद्ध कर लें।

3.इसके बाद एक चौकी रखकर उस पर मां दुर्गा की तस्वीर या मूर्ति स्थापित करें।

4.माता को गंगा जल स्नान कराएं।

5.इसके बाद माता के समक्ष दीप प्रज्वलित करें।

6.अब मां दुर्गा को अक्षत, सिन्दूर और लाल पुष्प अर्पित कर उन्हें फल और मिठाई चढ़ाएं।

7.इसके बाद धूप और दीपक जलाकर दुर्गा चालीसा का पाठ करें।

8.अंत में  मां की आरती कर उन्हें प्रणाम करें।