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भारतीय वाहन उद्योग चीनी ऑटो सेक्टर को पछाड़ने की तैयारी में

लॉकडाउन के बाद भारतीय वाहन उद्योग चीनी ऑटो सेक्टर को पछाड़ने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए भारतीय वाहन उद्योग जल्द से जल्द चीनी ऑटो पार्ट्स पर निर्भरता खत्म करने की योजना बना रहा है।

नई दिल्ली। लॉकडाउन के बाद भारतीय ऑटो सेक्टर चीनी ऑटो सेक्टर को पछाड़ने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए भारतीय वाहन उद्योग जल्द से जल्द चीनी ऑटो पार्ट्स पर निर्भरता खत्म करने की योजना बना रहा है।

Auto industries

 

 

वाहनों के कलपुर्जे बनाने वाली कंपनियों के संगठन ऑटोमोटिव कम्पोनेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एक्मा) के महानिदेशक विन्नी मेहता ने ‘हिन्दुस्तान’ को बताया कि चीनी ऑटो पार्ट्स पर निर्भरता खत्म करने की हमने तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए एक्मा और देश की सभी बड़ी वाहन कंपनियों के बीच कई दौर की वार्ता हो चुकी है। हमने टाटा, मारुति, महिंद्रा और दूसरी वाहन कंपनियों से उनकी जरूरतों के बारे में जाना है।

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चीन से 1000 विदेशी कंपनियां सरकार के भारत में अपनी फैक्ट्रियां लगाने पर वार्ता कर रही हैं। करीब 300 मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, मेडिकल डिवाइसेज और टेक्सटाइल्स की कंपनियां भारत में फैक्ट्री लगाने को पूरी तरह से मूड बना चुकी हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय, नीति आयोग और डिपार्टमेंट फॉर प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड चीन से भारत में आने वाली कंपनियों को प्रोत्साहन देने की योजना पर काम कर रहे हैं। आर्थिक विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में सेवा क्षेत्र के सिरमौर भारत को मैन्युफैक्चरिंग में भी चीन पर बढ़त मिल सकती है।

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चीन पर निर्भरता खत्म होगी

लॉकडाउन के बाद ऑटो पार्ट्स बनाने वाली कंपनियां उनका उत्पादन भारत में करेंगी। मेहता ने बताया कि वाहन कंपनियों का भी मानना है कि जल्द से जल्द चीन पर निर्भरता को खत्म किया जाए। हालांकि, यह सब सरकार के सहयोग के बिना संभव नहीं होगा। सरकार को वाहन उद्योग के लिए विशेष नीति बनाने के साथ प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा करनी होगी। इसके साथ हम चाह रहे हैं कि पूरी इंडस्ट्री जिसमें ऑटो पार्ट्स, डीलर और वाहन कंपनियां शामिल हैं उसको एक साथ खोलने की आजादी दी जाए। साथ ही सरकार लॉकडाउन से हुए नुकसान की भरपाई के लिए सस्ता कर्ज, जीएसटी में छूट और राहत पैकेज की घोषणा करे। अगर सरकार ऐसा करती है तो यकीनन हम चीन को पीछे छोड़ दुनिया में अगुवा बन सकते हैं।