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Ola Scooter : ओला स्कूटर बुक करने वालों के साथ हुई करोड़ों की ठगी! कहीं आपने तो नहीं की फर्जी साइट से स्कूटर की बुकिंग?

Ola Scooter : ठगी की घटना के सामने आने के बाद मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो ग्राहक जैसे ही इस फर्जी वेबसाइट को ओपन कर अपनी डिटेल सबमिट करते थे, उसके तुरंत बाद बेंगलुरु में बैठे दो ठग ग्राहकों की डिटेल और उनके मोबाइल नंबर दूसरे राज्यों में मौजूद गैंग के अन्य साथियों को साझा कर देते थे।

नई दिल्ली। भारतीय ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में टू व्हीलर सेग्मेंट में ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर के साथ क्रांतिकारी बदलाव लाना चाहती है। ओला ने पिछले महीने दिवाली के दिन अपना एक बेहतरीन इलेक्ट्रिक स्कूटर Ola S1 Air लॉन्च किया था। इस स्कूटर को खरीदने के लिए हजारों ग्राहकों ने ऑनलाइन बुकिंग भी की होगी। लेकिन, क्या आपने बुकिंग अमाउंट को सही जगह जमा किया है? आप सोच रहे होंगे कि हम ऐसा क्यों कह रहे हैं, तो आपको बता दें कि ओला स्कूटर बुक करने के नाम पर करोड़ों की ठगी करने का मामला सामने आया है। साइबर ठगों ने ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर बुक करने के नाम पर कई ग्राहकों को अपना शिकार बनाया। जानकारी के मुताबिक सभी आरोपी देश के अलग-अलग राज्यों में बैठकर ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर बेचने के नाम पर ठगी कर रहे थे।

कैसे ठग ओला की फर्जी वेबसाइट से करते थे ठगी ?

आपको बता दें कि ठगी के इस मामले में दिल्ली पुलिस ने मीडिया को बताया कि फर्जीवाड़ा करने वाली इस गैंग ने कम से कम 1,000 लोगों को अपना शिकार बनाया है। जानकारी के मुताबिक बेंगलुरु में रहकर दो आरोपियों ने ओला की एक फेक वेबसाइट डिजाइन की थी, जिसके जरिए वेबसाइट पर विजिट करने वाले लोगों को ठग अपने जाल में फंसा लेते थे। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जैसे ही ग्राहक ओला ई-स्कूटी के बारे में जानकारी लेने के लिए गूगल पर सर्च करते थे, तो उन्हें यही फर्जी वेबसाइट दिखती थी। इसके बाद ठग गैंग के सभी शातिर ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर बेचने के नाम पर लोगों से पैसा जमा करवाते थे। उन्होंने इस तरीके से कई ग्राहकों को बेवकूफ बनाया है।

ओला के नाम पर ठगी को कैसे देते थे अंजाम?

गौरतलब है कि ठगी की घटना के सामने आने के बाद मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो ग्राहक जैसे ही इस फर्जी वेबसाइट को ओपन कर अपनी डिटेल सबमिट करते थे, उसके तुरंत बाद बेंगलुरु में बैठे दो ठग ग्राहकों की डिटेल और उनके मोबाइल नंबर दूसरे राज्यों में मौजूद गैंग के अन्य साथियों को साझा कर देते थे। इसके बाद ग्राहकों को फोन कर ओला स्कूटर बुक करने के नाम पर 499 रुपये बुकिंग अमाउंट के तौर पर ट्रांसफर करने के लिए कहा जाता था। ग्राहक जैसे ही 499 रुपये ट्रांसफर कर देता था, उसके बाद ठग स्कूटर के इंश्योरेंस, टैक्स और ट्रांसपोर्टेशन चार्जेस के नाम पर एक ग्राहक से 50,000 से 70,000 रुपये वसूल लेते थे। इसी तरह ठगों ने कम से कम 1,000 लोगों को अपना शिकार बनाया और करीब 5 करोड़ से ज्यादा की ठगी की है। फिलहाल, दिल्ली पुलिस ने ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर स्कैम करने के आरोप में 20 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं ठगी करने वाले और लोगों का सुराग लगाया जा रहा है। पुलिस का अनुमान है कि इसके पीछे एक पूरा गिरोह एक्टिव है।