नई दिल्ली। अरबपति कारोबारी गौतम अडानी इन दिनों एक के बाद एक घाटे की वजह से चर्चाओं में हैं। ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी को एक और बड़ा झटका लगा है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी पोर्ट्स और अंबुजा सीमेंट के स्टॉक्स को निगरानी सूची में डालने के बाद अब अडानी एंटरप्राइजेज शेयर को यूएस मार्केट से झटका लगा है। अब यह स्टॉक डाउ जोन्स सस्टेनबिलिटी इंडेक्स से बाहर होने की कगार पर है। इसका प्रभावी समय मंगलवार सात फरवरी से शुरू हो रहा है। यह जानकारी यूएस बाजार ने दी है।
आपको बता दें कि अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंज ने अडानी एंटरप्राइजेज को एसएंडपी डाउ जोंस सस्टेनबिलिटी इंडेक्स से बाहर करने के ऐलान के बारे में कहा गया है कि अडानी एंटरप्राइजेज को स्टॉक हेरफेर और अकाउंटिंग फ्रॉड के आरोपों द्वारा ट्रिगर किए गए मीडिया और स्टेकहोल्डर एनॉलिसिस के बाद डाउ जोन्स स्स्टेबिलिटी इंडेक्स से हटा दिया जाएगा। इंडेक्स की घोषणा में कहा गया है कि एसएंडपी डाउ जोन्स इंडेक्स मंगलवार 7 फरवरी, 2023 को खुलने से पहले प्रभावी बदलाव करेंगे। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट है। पिछले छह सत्रों में, एनएसई पर अडानी एंटरप्राइजेज शेयर की कीमत ₹ 3,442 से 55 प्रतिशत का गोता लगाते हुए, ₹ 1,565 से अधिक स्तर तक गिर गई है। अडानी को लग रहे झटके पर झटके 25 जनवरी के बाद से अडानी को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
गौरतलब है कि बीते 9 दिन में अडानी ग्रुप को 8 लाख करोड़ रुपये से अधिक के नुकसान का अनुमान है। अडानी ग्रुप के कई स्टॉक्स 60 फीसद से नीचे आ चुके हैं। इसकी वजह से गौतम अडानी को ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के टॉप-10 अरबपतियों की लिस्ट में चौथे नंबर से 21वें पर लाकर पटक दिया। इस साल अडानी की संपत्ति 59.2 अरब डॉलर कम होकर 61.3 अरब डॉलर रह गई है। अडानी को करीब 52 अरब डॉलर का झटका तो केवल केवल एक हफ्ते में लगा है। आरबीआई ने सभी बैंकों से अडानी एंटरप्राइजेस को दिये कर्ज की जानकारी मांगी है। वहीं, अडानी ग्रुप ने 20 हजार करोड़ रुपए के फुली सब्सक्राइब्ड एफपीओ को रद्द कर इन्वेस्टर्स का पैसा लौटाने की बात कही है। अब अमेरिकी शेयर बाजार ने भी संकट में डाल दिया है।