नई दिल्ली। साल 2015 के बाद भारत में ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम बड़ी तेजी से विकसित हुआ है। भारतीय पेमेंट गेटवे की दुनिया भर में छाप देखी जा रही है। भारत के पेमेंट इकोसिस्टम की दुनिया मुरीद हो गई है। आज उसका उदाहरण भी देखने को मिला। पीएम मोदी और सिंगापुर के पीएम ली सीन लूंग ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दोनों देशों के ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम यूपीआई और पेनाउ को लिंक किया, जिसका नाम UPI-PayNow रखा गया। अब भारतीय सिंगापुर में भी यूपीआई के जरिए ट्रांजेक्शन करना बेहद आसान होगा।
आपको बता दें कि वर्तमान समय में केंद्र सरकार देश के पेमेंट इकोसिस्टम को मजबूत करने के लिए काफी तेज गति से काम कर रही है। सरकार की प्लानिंग इसे अन्य देशों में भी लागू करने की है। यह सुविधा भारत में इस्तेमाल हो रहे गूगल पे, फोन पे, पेटीएम और बाकि के डिजिटल पेमेंट्स ऐप में आसानी से काम करेगी। बस उसके लिए कुछ जरूरी स्टेप फॉल करने होंगे। आज की स्टोरी में हम उसी प्रोसेस के बारे में समझ लेते हैं।
गौरतलब है कि UPI (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) एक इंस्टेंट पेमेंट सर्विस है, जो मोबाइल नंबर के माध्यम से चंद सेकेंड में एक अकाउंट से दूसरे अकाउंट में पेमेंट ट्रांसफर कर देता है। यह भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) द्वारा विकसित किया गया था, जो वर्चुअल पेमेंट एड्रेस (VPA) के निर्माण के माध्यम से बैंक खाता विवरण शेयर करने के जोखिम को समाप्त करता है। यह पर्सन-टू-पर्सन और पर्सन-टू-मर्चेंट भुगतान दोनों को सपोर्ट करता है। UPI की तरह ही सिंगापुर में PayNow की सर्विस है। यूजर्स मोबाइल नंबर के साथ एक बैंक या ई-वॉलेट खाते से दूसरे खाते में रकम भेजते और प्राप्त करते हैं। यह पीयर-टू-पीयर भुगतान लिंकेज देश में भाग लेने वाले बैंकों और गैर-बैंक वित्तीय संस्थानों (एनएफआई) के माध्यम से काम करता है। यह पैसे ट्रांसफर करने का एक बेहद सरल और सहज माध्यम है।