नई दिल्ली। रसना का नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है। 80-90 के दशक के बच्चों के लिए रसना का स्वाद भूल पाना मुश्किल है लेकिन बहुत कम लोग ही अरीज पिरोजशॉ खंबाटा को जानते होंगे, जिन्होंने रसना की नींव रखी। आज अरीज पिरोजशॉ खंबाटा हमारे बीच नहीं रहे हैं। रसना कंपनी के फाउंडर चेयरमैन अरीज का निधन हो गया है। उनका निधन सोमवार को हुआ और इसकी आधिकारिक जानकारी रसना ग्रुप की तरफ से दी गई। अरीज की उम्र 85 साल थी और वो स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे।
नहीं रहे रसना की नींव रखने वाले खंबाटा
कंपनी ने बयान जारी करते हुए कहा कि चेयरमैन अरीज पिरोजशॉ खंबाटा का निधन हो गया है। उनका भारतीय उद्योग और व्यापार में अभूतपूर्व योगदान रहा है। उन्होंने समाज के लिए भी बहुत कुछ किया है। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो रसना इस वक्त सॉफ्ट ड्रिंक उत्पादों में सबसे बड़ी उत्पादक कंपनी है जिसके प्रोडक्ट विदेशों में बेचे जाते हैं। रसना के प्रोडक्ट बाकी पेय प्रोडक्ट के मामले में ज्यादा किफायती और अच्छे होते हैं। देशभर में रसना को 18 लाख खुदरा दुकानों में बेचा जाता है। इस प्रोडक्ट का अपना फिक्स मार्केट है जिसे हिला पाना नामुमकिन हैं।
छोटे लेवल से शुरू किए गए बिजनेस को बनाया ब्रांड
चेयरमैन अरीज पिरोजशॉ खंबाटा ने ही रसना कंपनी की नींव रखी थी। वो डब्ल्यूएपीआईजेड (पारसी ईरानी जरथोस्ती का विश्व गठबंधन) पूर्व चेयरमैन भी थे। इसके अलावा अहमदाबाद पारसी पंचायत के पूर्व अध्यक्ष भी रहे थे। खंबाटा ने रसना ब्रांड लाकर सबसे पहले बच्चों का मन जीता, जिसके बाद अब बड़े भी उसके स्वाद के दीवाने हो गए। रसना बच्चों के पसंदीदा पेय पदार्थ रहा है। फिलहाल उनके परिवार में पत्नी, बच्चे और पोते हैं। पत्नी का नाम पर्सिस, बच्चों के नाम रुज, डेलना, और रूजान और पोते का नाम आरेज, फिरोजा,अरजाद,अवन, अर्नवाज हैं।