newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Shark Tank India 2: Jaipur watch company का बिजनेस आइडिया पहुंचा शार्क टैंक, इस वॉच के ब्रांड की घड़ी को नरेन्द्र मोदी भी करते हैं वियर

Shark Tank India 2: उन्होंने शुरुआत में अपना काफी अच्छे तरीके से इंट्रो दिया जिसमें उन्होंने कहा कि लोहा जितना तपता है, उतनी ही ताकत बरता है, सोने को जितनी आग मिले वो उतना निखरता है। हीरे पर जितनी धार चले उतना वो चमकता है, मिट्टी का बर्तन भी जब पकता है तब जाकर धुन पर नचता है।

नई दिल्ली। शार्क टैंक इंडिया 2 जो कि 2 जनवरी से शुरु हुआ जो अब तक चल रहा है। शो को काफी कम दिनों से ही पॉपुलैरिटी मिलने लगी थी। शो में कई बिजनेस आइडिया ऐसे है जो शार्क के साथ दर्शकों को भी काफी अच्छे लगे है। अब शो की बात करें तो इसमें गौरव मेहता जो कि Jaipur watch company के फाउंडर है उन्होंने बताया कि यह कंपनी भारत की पहली माइक्रो लग्जरी ब्रांड वॉच कंपनी है। उन्होंने शुरुआत में अपना काफी अच्छे तरीके से इंट्रो दिया जिसमें उन्होंने कहा कि लोहा जितना तपता है, उतनी ही ताकत बरता है, सोने को जितनी आग मिले वो उतना निखरता है। हीरे पर जितनी धार चले उतना वो चमकता है, मिट्टी का बर्तन भी जब पकता है तब जाकर धुन पर नचता है। आगे गौरव कहते है कि शार्क्स समय बहुत बलवान है और आज मैं आपसे आपका थोड़ा सा समय मांगने आया हूं।

Jaipur watch company

गौरव ने बताया कि उनकी शुरुआत 2013 में हुई थी, उन्होंने बताया कि उनकी घड़ी सिर्फ समय नहीं बल्कि भारत का इतिहास जो कि उनकी कलाई में बांधी जाती है। उन्होंने आगे बताया कि उनकी घड़ी को भारत के पीएम नरेन्द्र मोदी भी पहनते है इनके अलावा अमिताभ बच्चन जैसे कलाकारों ने और साथ ही खिलाडियों ने भी पहना है। Jaipur watch company की खुद की वेबसाइट है जिससे कि वह इस घड़ी को भेजते है। उन्होंने आगे बताया कि उनका एक सपना है कि इंडिया से लग्जरी ब्रांड जो पूरे विश्व में पहचान बनाए। इन्होंने आगे बताया कि इन्होंने साल 2013 में 30 लाख रुपये से इस बिजनेस को शुरु किया था और आज इनकी कंपनी की वैल्यूवेशन 25 करोड़ रुपये है। इनकी एर घड़ी की कीमत 15000 से लेकर 20000 तक है।

50 लाख रुपये में 2 प्रतिशत इक्विटी की मांग

वहीं गौरव मेहता जो कि Jaipur watch company के फाउंडर है उन्होंने शार्क को अपनी ask 50 लाख रुपये में 2 प्रतिशत इक्विटी मांगी जिस पर किसी भी शार्क ने उनके बिजनेस पर दिलचस्पी नहीं दिखाई, जिसके बाद गौरव को बिना फंडिंग के बाहर जाना पड़ा।