
नई दिल्ली। ‘पैसे को कमाना आसान है लेकिन पैसे को संभाल पाना बेहद मुश्किल।’ यह कहावत किसी ने यूं ही नहीं कही होगी, क्योंकि अक्सर हमने बड़े-बड़े रईसों को बर्बाद होते देखा है। भारत में भी इसके कई उदाहरण भरे पड़े हैं। ऐसा ही एक उदाहरण है अनिल अंबानी। इस समय कर्ज में डूबी अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कैपिटल को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। खबर के मुताबिक जल्द ही रिलायंस कैपिटल को चार हिस्सों में बांटा जा सकता है। क्योंकि सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के हिसाब से कंपनी के एडमिनिस्ट्रेटर ने यह प्रस्ताव रखा है। दरअसल, रिलायंस कैपिटल के प्रशासक ने कंपनी को चार मुख्य निवेश कंपनियों (CIC) में विभाजित करने का प्रस्ताव दिया है। इससे कंपनी का स्ट्रक्चर पूरी तरह बदल जाएगा।
बता दें कि रिलायंस कैपिटल दिवालिया प्रक्रिया से गुजर रही है। इसके लिए इसके शेयरों की ट्रेडिंग पिछले एक महीने से बंद है। गौरतलब है कि रिलायंस कैपिटल पिछले कई सालों से अनिल अंबानी के लिए घाटे का सौदा साबित हुई है।
अपने अंतिम चरण में है बोली की प्रक्रिया
आपको बता दें कर्ज में डूबी कंपनी के लिए बोली प्रक्रिया पहले से ही अंतिम फेज में है। रिलायंस कैपिटल के जनरल इंश्योरेंस और लाइफ इंश्योरेंस वेंचर्स को खरीदने की लिस्ट में चार कंपनियां पिरामल, ज्यूरिख, एडवेंट प्राइवेट इक्विटी और आदित्य बिड़ला कैपिटल शामिल हैं।
कंपनी द्वारा RBI से मांगी गई इजाज़त
बिजनेस रिपोर्ट्स के अनुसार, रिलायंस कैपिटल के एडमिनिस्ट्रेटर ने आरबीआई को आधिकारिक पत्र लिखकर प्रस्ताव पर अपनी मंजूरी के लिए अर्जी डाली है। आरबीआई के मौजूदा नियमों के तहत एक कंपनी में एक से अधिक CIC की अनुमति नहीं है। इसलिए, रिलायंस कैपिटल सीआईसी में से 4 सीआईसी के पुनर्निर्माण के लिए आरबीआई की हरी झंडी की आवश्यकता होगी। ऐसे में यह मुश्किल दौर रिलायंस कैपिटल के लिए निकालना बेहद मुश्किल हो रहा है क्योंकि CIC के नियम बेहद पेचीदा हैं और RBI इसको लेकर बेहद सख्त है।