नई दिल्ली। देश-दुनिया में तेजी से अपनी अलग पहचान बनाने वाली क्रिप्टो करेंसी में लोगों की काफी दिलचस्पी बढ़ गई हैं। आज करोड़ों लोग क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रहे हैं, जिसका अच्छा खासा फायदा भी लोगों को मिल रहा है। लेकिन आज भी हर किसी को नहीं पता कि बिटकॉइन या ऐसी कोई दूसरी क्रिप्टोकरेंसी कैसे खरीदी जा सकती है या उसे स्टोर कैसे किया जा सकता है। ये दो चीजें निवेशों को थोड़ी मुश्किल लगती है। लेकिन हम आपको बता दें कि यह दोनों ही चीजें काफी आसान है। आज क्रिप्टोकरेंसी की पॉपुलैरिटी को देखते हुए सामान्य व्यक्ति भी इसमें निवेश करने के बारे में सोच रहा है। ऐसे में हर किसी के लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि आखिर यह तकनीक काम कैसे करती है।
कैसे खरीदें क्रिप्टोकरेंसी
क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म पर यदि आप जाएंगे तो वहां बायर्स और सेलर्स ट्रेडिंग करते हैं। कई एक्सचेंज ऐसे होते हैं जो एक साथ कई करेंसीज़ को सपोर्ट करते हैं- जैसे बिटकॉइन, रिपल, एथर, टेदर, कारडानो। हालांकि अब भारत में भी कई एक्सचेंज काम करने लगे हैं। लेकिन एक्सचेंज पर ट्रेडिंग शुरू करने से पहले यह देख लें कि ये एक्सचेंज अच्छी वजहों से चर्चा में है न कि बुरी वजहों से। हमेशा चेक कर लें कि उस एक्सचेंज का ऑफिस भारत में हो और इसकी फाउंडिंग टीम में ऐसा स्टाफ हो, जिसकी हिस्ट्री साफ रही हो। ऐसा इसलिए क्योंकि डिजिटल मार्केट में काफी फ्रॉड भी किया जा रहा है। इसके साथ ही सतर्क रहने की जरूरत इसलिए भी है क्योंकि औसतन एक एक्सचेंज को एक दिन में 20 करोड़ का नुकसान होता है।
कैसे करें एक्सचेंज का इस्तेमाल
बता दें कि लगभग सभी बड़े एक्सचेंज एक जैसा ही प्रोसेस फॉलो करते हैं। जिसके मुताबिक आपको एक अकाउंट बनाना होगा, फिर भारत स्थित एक्सचेंज आपको KYC वेरिफिकेशन करने को बोलेंगे। यह वेरेफिकेशन किसी फ्रॉड वगैरह को रोकने के लिए किया जाता है और आपको इस दौरान अपना आईडी प्रूफ देना होगा। यह पूरा प्रोसेस बहुत ही कम समय में पूरा हो जाता है। जिसके बाद आप ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं। जिसके लिए आप अपना बैंक अकाउंट अपने क्रिप्टो अकाउंट से लिंक कर सकते हैं। साथ ही ट्रांजैक्शन के लिए आप सीधे डेबिट/क्रेडिट कार्ड या नेटबैंकिंग का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। वहीं जब लॉगइन और अकाउंट सेटअप का पूरा प्रोसेस पूरा हो जाएगा, तो आपका एक्सचेंज आपको पहला ऑर्डर प्लेस करने के लिए नोटिफाई भी कर देगा। जिसके बाद ऑर्डर प्लेस करने के लिए आपको किसी क्रिप्टोकरेंसी का सिंबल यानी कि बिटकॉइन के लिए BTC, एथर के लिए ETH और डॉजकॉइन के लिए DOGE, डालना होगा और वो अमाउंट डालना होगा, जितने में आप वो कॉइन खरीदना चाहते हैं।
इस तरह स्टोर कैसे करें क्रिप्टोकरेंसी
क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के बाद अगला स्टेप होता है उसे स्टोर करना। हालांकि आप क्रिप्टो एक्सचेंज पर ही अपने कॉइन्स छोड़ सकते हैं, और अगर आप एक्टिव ट्रेडिंग कर रहे हैं, तो इसके लिए यह बेहतर तरीका माना जाता है। अगर आप किसी भी क्रिप्टोकरेंसी की कीमत पर नजर डालें तो देखेंगे कि बिटकॉइन और एथर जैसे कॉइन्स ने लंबे समय में ज्यादा रिटर्न दिया है. बीच-बीच में बाजार में आए उतार-चढ़ाव के बावजूद इन कॉइन्स की लॉन्ग टर्म में वैल्यू में बढ़ोत्तरी ही दर्ज की गई है।