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Paytm: अवैध चाइनीज कंपनियों के मनी ट्रांसजेक्शन से जुड़े मामले में पेटीएम और पेयू के कई स्थानों पर ED की छापेमारी

Paytm: पूछताछ के दौरान, ये बात सामने आई कि इन संस्थाओं को चीनी व्यक्तियों द्वारा संचालित किया जाता है। ये संस्थाएं भारतीय नागरिकों के जाली दस्तावेजों का उपयोग करके उन्हें उन संस्थाओं के डमी निदेशक बनाते हैं। इसके बाद इसका उपयोग कर वो गैरकानूनी तरीके से आमदनी करते हैं।

नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा चीनी ऋण APP से संबंधित एक मामले के चलते पेमेंट गेटवे यानी पेटीएम और पेयू से रिलेटेड कई स्थानों पर छापेमारी की जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार, ये छापेमारी मुंबई, दिल्ली, गुरुग्राम, लखनऊ और कोलकाता में की जा रही है। हालांकि, इस मामले पर ईडी की ओर से अभी तक कोई ऑफिशियल बयान नहीं आया है। इस मामले की प्राथमिकी साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन, बेंगलुरु सिटी ने दर्ज की थी, जिस पर अब कार्यवाई की जा रही है। इस रिपोर्ट में उन संस्थाओं द्वारा चलाए जा रहे मोबाइल ऐप के माध्यम से छोटे ऋण लेने वाली जनता से जबरन वसूली और उत्पीड़न करने वालों के खिलाफ कई मामले दर्ज किए गए हैं।

इस मामले पर ईडी ने कहा कि ‘पूछताछ के दौरान, ये बात सामने आई कि इन संस्थाओं को चीनी व्यक्तियों द्वारा संचालित किया जाता है। ये संस्थाएं भारतीय नागरिकों के जाली दस्तावेजों का उपयोग करके उन्हें उन संस्थाओं के डमी निदेशक बनाते हैं। इसके बाद इसका उपयोग कर वो गैरकानूनी तरीके से आमदनी करते हैं। ईडी ने आगे कहा कि ‘ये संस्थाएं पेमेंट गेटवे/बैंकों के पास मौजूद विभिन्न मर्चेट आईडी/खातों के जरिए संदिग्ध कारोबार में शामिल पाई गई हैं, जिनमें रेजरपे प्राइवेट लिमिटेड, कैशफ्री पेमेंट्स, पेटीएम पेमेंट सर्विसेज लिमिटेड शामिल हैं। ये संस्थाएं चीनी व्यक्तियों द्वारा नियंत्रित/संचालित की जा रही थीं, जिसके बाद तलाशी अभियान के चलते कई जगहों पर छापेमारी की गई।’

ईडी के अनुसार, ‘उक्त संस्थाएं भुगतान गेटवे/बैंकों के पास जमा विभिन्न मर्चेट आईडी/खातों का गलत इस्तेमाल कर गैर-कानूनी आय अर्जित कर रही थीं। तलाशी के दौरान इन चीनी व्यक्तियों द्वारा संचालित संस्थाओं के मर्चेट आईडी और बैंक खातों से 17 करोड़ रुपये की राशि जब्त की गई है। ईडी द्वारा अभी मामले की जांच की जा रही है।’