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मंदी के दौर में भारत को मिली अच्छी खबर, दिसंबर तिमाही में बढ़ी इतने फीसदी इकोनॉमी

Recession: मतलब ये कि संकेत आने शुरू हो चुके हैं कि, भारतीय अर्थव्यवस्था अब धीरे-धीरे मंदी के दौर से बाहर निकल रही है। बता दें कि पूरे वित्त वर्ष 2020-21 में GDP में 8 फीसदी की गिरावट आने का अनुमान है।

नई दिल्ली। कोरोना काल की वजह से देश में आर्थिक व्यवस्था की गाड़ी अपनी रफ्तार खोती जा रही थी लेकिन अब जैसे-जैसे देश कोरोना पर काबू पा रहा है, वैसे-वैसे आर्थिक व्यवस्था की गाड़ी भी रफ्तार पकड़ती जा रही है। बता दें कि देश में चल रही मंदी के दौर में एक अच्छी खबर सामने आई है। दरअसल दिसंबर तिमाही में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में 0.4 फीसदी की बढ़त पाई गई है। मतलब ये कि संकेत आने शुरू हो चुके हैं कि, भारतीय अर्थव्यवस्था अब धीरे-धीरे मंदी के दौर से बाहर निकल रही है। बता दें कि पूरे वित्त वर्ष 2020-21 में GDP में 8 फीसदी की गिरावट आने का अनुमान है। जीडीपी के जो आंकड़ें सामने आये हैं, उसका इंतजार सबको बेसब्री से था। इन आंकड़ों को राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) ने जारी किए हैं। जानकारी सामने आई है कि, अप्रैल से जनवरी के दौरान राजकोषीय घाटा 12.34 लाख करोड़ रुपये का रहा है।

GDP

सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय के द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक अक्टूबर से दिसंबर की तीसरी तिमाही की कुल GDP 36.22 लाख करोड़ रुपये की रही। वहीं साल 2019-20 की तीसरी तिमाही में यह 36.08 लाख करोड़ रुपये की थी। बता दें कि इस साल की कुल जीडीपी 134.09 लाख करोड़ रुपये का ही रह सकती है। साल 2019-20 में भारतीय अर्थव्यवस्था में 4 फीसदी की बढ़त हुई थी।

बता दें कि पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था कोरोना संकट की वजह से गिरावट के दौर में चल रही है। इसकी वजह से ही इस वित्त वर्ष की जून में होने वाली पहली तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था में 23.9 फीसदी की गिरावट आई।

GDP Growth

गौरतलब है कि ICICI सिक्यूरिटीज द्वारा 1722 कंपनियों के तिमाही रिजल्ट के डेटा के आधार पर किए गए एक विश्लेषण से भी यह बात सामने आई थी कि इकोनॉमी में तेज सुधार हो रहा है।