नई दिल्ली। एक और भारतीय ने विदेश में जाकर देश का मान बढ़ाया। एक भारतीय ने विदेशी कंपनी में उच्च पद हासिल किया है। मिली जानकारी के अनुसार, स्टारबक्स कॉर्प ने गुरुवार को भारतीय मूल के लक्ष्मण नरसिम्हन को चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (CEO) का पद भार सौंपा है। गौरतलब है कि स्टारबक्स कॉर्प ने अपनी योग्यता के बल पर इंटरनेशनल कंपनी का शीर्ष पद हासिल किया है। नरसिम्हन को दुनिया की सबसे बड़ी कॉफी श्रृंखला का “पुनर्निर्माण” करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। बता दें, इससे पहले नरसिम्हन रेकिट के CEO पद पर थे, जो ड्यूरेक्स कंडोम, एनफैमिल बेबी फॉर्मूला और म्यूसिनेक्स कोल्ड सिरप को तैयार करती है। यहां पर CEO पद से इस्तीफा देने की घोषणा उन्होंने दिन में की थी, जिसके कुछ समय बाद ही एफटीएसई-सूचीबद्ध रेकिट के शेयरों में 4% की गिरावट आ गई थी।
बताया जा रहा है कि स्टारबक्स बीते कुछ समय से काफी कठिन दौर से गुजर रही है। पिछले एक साल में कंपनी के 200 से अधिक अमेरिकी स्टोरों में यूनियनबाजी हावी है। कर्मचारी बढ़ती मुद्रास्फीति के समय बेहतर लाभ और मजदूरी पर जोर देते दिख रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर कंपनी कैफे पर ध्यान केंद्रित करते हुए अपने व्यवसाय मॉडल को फिर से तैयार करने के प्रयासों में लगी है। चीन में लगे COVID प्रतिबंधों के चलते कंपनी के सबसे बड़े विदेशी बाजार में इसका कारोबार ठप पड़ गया है। लेकिन कंपनी फिर से वापसी करना चाहती है। इन्हीं कारणों से नरसिम्हन को ये बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। अक्टूबर महीने में नरसिम्हन स्टारबक्स में शामिल हों जाएंगे, लेकिन अप्रैल 2023 में कंपनी और इसकी “पुनर्निवेश” योजना के बारे में विचार किया जाएगा, जिसमें बरिस्ता के लिए बेहतर वेतन का भुगतान, कर्मचारी कल्याण और ग्राहक अनुभव में सुधार करने की दिशा में किए जाने वाले खर्च शामिल होंगे।
Starbucks names Indian-origin Laxman Narasimhan as new CEO
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— ANI Digital (@ani_digital) September 2, 2022
नरसिम्हन के कंपनी को जॉइन करने तक अंतरिम-सीईओ हॉवर्ड शुल्त्स कंपनी के नेतृत्व की कमान संभालेंगे। बता दें, शुल्त्स ने केविन जॉनसन के सेवानिवृत्त होने के बाद अप्रैल महीने में तीसरी बार कंपनी की बागडोर संभाली थी। गौरतलब है कि, नरसिम्हन सितंबर 2019 में रेकिट कंपनी में सम्मिलित हुए थे और साल 1999 में इसके गठन के बाद से रेकिट में CEO का पद ग्रहण करने वाले पहले बाहरी उम्मीदवार बने थे। नरसिम्हन ने कोरोना महामारी के दौरान कंपनी का नेतृत्व करते हुए कंपनी को बुलंदियों पर ले आए थे। इस दौरान उन्होंने कंपनी के स्वास्थ्य और स्वच्छता उत्पादों की बिक्री में काफी इजाफा किया था।