newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

CPI Inflation: महंगाई दर में आया उछाल, 7 फीसद के पार पहुंची, रोजमर्रा के वस्तुओं के दाम में दिखी तेजी

CPI Inflation: कम आय वर्ग के लोगों को टमाटर देखे कई दिन हो चुके हैं। उधर, इसे लेकर सियासत का मौसल अलग से गुलजार हो चुका है। बता दें कि सांख्यिकी मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई महीने में खुदरा महंगाई की रीडिंग मई 2022 के बाद सबसे ज्यादा है।

नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक ने बीते सोमवार को महंगाई दर के आंकड़े जारी किए। आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक, जून की तुलना में जुलाई में महंगाई दर में इजाफा दर्ज किया गया है। जून में जहां महंगाई दर 4.87 प्रतिशत थी, तो वहीं जुलाई में यह बढ़कर 7 फीसद के पार यानी की 7.44 पार पहुंच गई। उधर, आर्थिक विशेषज्ञ इसके पीछे की वजह बताते हुए कहते हैं कि इसका मुख्य कारण रोजमर्रा की वस्तु के दामों में बढ़ोतरी है। खासकर जिस तरह से पिछले कुछ दिनों से टमाटर के दाम आसमान छू रहे हैं, उसका महंगाई दर खासा असर पड़ा है। ध्यान दें कि आम लोगों को टमाटर के बढ़ते दाम से त्रस्त हो चुके हैं।

आलम यह है कि कम आय वर्ग के लोगों को टमाटर देखे कई दिन हो चुके हैं। उधर, इसे लेकर सियासत का मौसम अलग से गुलजार हो चुका है। बता दें कि सांख्यिकी मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई महीने में खुदरा महंगाई की रीडिंग मई 2022 के बाद सबसे ज्यादा है। उस वक्त खुदर महंगाई दर 7.79% दर्ज की गई थी। जुलाई 2023 में उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक 11.51% पर पहुंच गया जून में यह 4.49% पर था। ग्रामीण मुद्रास्फीति 7.63 प्रतिशत रही जबकि शहरी मुद्रास्फीति 7.20 प्रतिशत रही।

ध्यान दें कि सरकार की तरफ से किए गए बेशुमार कोशिशों के बलबूते महंगाई दर पिछले कई महीनों से 2 से 6 फीसद के आसपास बरकरार थी, लेकिन इस माह यह सात फीसद को पार कर गई। आर्थिक विश्लेषकों के मुताबिक, पिछले कई महीनों से आम जरूरतों की वस्तुओं के दामों में जिस तरह से उछाल जारी है, उसने महंगाई दर का पारा गरमा दिया है। सब्जियों की महंगाई दर 37 फीसद के पार पहुंच चुकी है, तो वहीं दूसरी तरफ पेय पदार्थों की महंगाई दर जून में जहां 4.63 फीसद थी, जो कि अब बढ़कर 10 फीसद के पार पहुंच चुकी है। वहीं, मोटे अनाजों की महंगाई दर भी 12 फीसद के आसपास पहुंच चुकी है।