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Shark Tank India 2: जानिए क्यों Z Sports Tech के आने पर शार्क अमन हुए क्रिकेट खेलने पर मजबूर!

Shark Tank India 2: उन्होंने बताया कि हर एक बंदे को उसके वजन, साइज को देखकर ही बैट खरीदना चाहिए। इसलिए उन्होंने बताया कि उनका ब्रैंड जी स्पोर्ट टेक तीन साल से इसी चीज पर काम कर रहा है।

नई दिल्ली। शार्क टैंक के अब तक 46 एपिसोड हो चुके है। शो की शुरुआत में दिखाया गया कि कैसे दो आन्त्रप्रेन्योर आए और उन्होंने पहले अपने प्रोडक्ट का इंटरव्यू देना शुरु किया जिसमें उन्होंने कहा कि अगर एमएस धोनी विराट कोहली के बैट से खेलते तो क्या वह हमें वर्ल्ड कप जीता सकते थे और अगर विराट कोहली एमएस धोनी के बैट से खेलते तो क्या वह सेंचुरी पर सेंचुरी मार सकते। हर बैट्समैन का बॉडी डॉयनमिक अलग होता है और तो और उनकी बैटिंग पोजिशन भी अलग होती है। वह आगे कहते है कि शार्क्स आप टी शर्ट भी अपने साइज की पहनते है लेकिन जब बात आती है क्रिकेट बैट की तब शॉप पर जाकर या तो गट फीलिंग से या फिर रोल मॉडल को कॉफी कर के बैट खरीद लेते है। उन्होंने बताया कि हर एक बंदे को उसके वजन, साइज को देखकर ही बैट खरीदना चाहिए। इसलिए उन्होंने बताया कि उनका ब्रैंड जी स्पोर्ट टेक तीन साल से इसी चीज पर काम कर रहा है।

Z Sports Tech

जी स्पोर्ट टेक के फाउंडर समीर शाह और हर्षल शाह जो कि मुम्बई से आए है। इन्होंने बताया कि जी स्पोर्ट टेक एक मात्र ऐसी कंपनी है, जो कि कस्टमाइज बैट प्रोवाइड कराता है। आपके बॉडी डायनेमिक्स  और प्लेइंग स्टाइल के हिसाब से आपको बैट देता है। यह ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरह से उपलब्ध कराता है। ऑफलाइन में सेंसेर के जरिए आपको बैट प्रोवाइड कराएंगे और ऑनलाइन के दौरान आपसे कुछ सवालों के जवाब पूछे जाएंगे फिर आपको बैट प्रोवाइड कराया जाएगा। इसके प्रोडक्ट आपको अमेजन और फ्लीपकार्ट पर भी उपलब्ध है ये बैट के साथ एक मैंटेनस किट भी देते है। साथ ही आपके पुराने और टूटे हुए बैग को भी रिपेयर करते है।

नो डील

फाउंडर्स ने आगे बताया कि उनकी ask 60 लाख के लिए 2 प्रतिशत इक्विटी के लिए है। इसके बाद सारे शार्क ने अपने-अपने सवाल फाउंडर्स से पूछे। वहीं शार्क अमन ने उनके इस प्रोडक्ट का इस्तेमाल भी किया और क्रिकेट खेल कर अपने डॉयनमिक का साइज पता किया। और फाउंडर्स ने उन्हें बताया कि उनके लिए कौन सा वाला बैट सही रहेगा। हालांकि इन दोनों फाउंडर्स को कोई भी डील नहीं मिली और इन्हें खाली हाथ ही जाना पड़ा।