newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Shark Tank India 2: जानिए kitsons के इतने बड़े बिजनेस को क्यों नहीं मिली एक भी फंडिंग

Shark Tank India 2: उन्होंने बताया कि जब वह इनके बचपन के समय में हम जब भी शॉपिंग पर जाते थे तब toy, स्टेशनरी के सामान क्वालिटी के मिलते नहीं थे। इसलिए इन्होंने 12 साल पहले अपने इस passion को बिजनेस में बदल डाला, और kitsons का बिजनेस शुरु किया।

नई दिल्ली। शार्क टैंक इंडिया 2 अब देश के कोने-कोने में देखा जा रहा है। शो को काफी लोग पसंद कर रहे है। शो में शार्क के रूप में पियूष बंसल, नमिता थापर, वीनीता सिंह, अमन गुप्ता और अनुपम मित्तल है। शो में इस बार तीन पिचर अपना आइडिया लेकर पहुंचे, जो कि अभिषेक वाई, लेफ्टिनेट कर्नल वाई राजशेखर रेड्डी और शुभांकर वाई हैं। उन्होंने सारे शार्क को अपने बिजनेस आइडिया के बारे में बताना शुरु किया। उन्होंने बताया कि जब वह छोटे थे तब वह eraser, pencil इन सब को कलेक्ट करने का शौक रखते थे। उन्होंने बताया कि जब वह इनके बचपन के समय में हम जब भी शॉपिंग पर जाते थे तब toy, स्टेशनरी के सामान क्वालिटी के मिलते नहीं थे। इसलिए इन्होंने 12 साल पहले अपने इस passion को बिजनेस में बदल डाला, और kitsons का बिजनेस शुरु किया।

kitsons

फाउंडर ने आगे बताया कि kitsons एक वन स्टॉप शॉप है, जहां आपको क्वीलिटी टॉय, बुक, स्टेशनरी, आर्ट क्रॉफ्ट और पार्टी की जरुरत के सारे सामान मिलते है। उन्होंने आगे बताया कि आपको kitsons में 20000 से ज्यादा केयरफुली सेलेक्टेड आईट्मस मिलते है जिसमें आपको बच्चों से लेकर बुजुर्गो सबके लिए कलेक्शन मिलेंगे। फाउंडर ने आगे बताया कि उनके हैदराबाद में 7 exclusibe स्टोर है। अब इसी ब्रांड को पैन इंडिया ले जाना चाहते है, ताकि सभी बच्चों का चाइल्डहूड मैमोरी में kitsons का भी नाम आए।

ask 10 प्रतिशत इक्विटी पर 10 करोड़

लेफ्टिनेट कर्नल वाई राजशेखर रेड्डी जी ने बताया कि उनकी इस प्रोडक्ट के लिए ask 10 प्रतिशत इक्विटी पर 10 करोड़ रुपये के लिए है। इसको सुनने के बाद सारे शार्क चौंक जाते है। इसके साथ ही इन्होंने अपने कंपनी के बारे में बताया कि वह चाहते है कि अगले साल तक 20 कंपनी ऑन स्टोर हो। साथ ही अगले 2 साल तक 80 फ्रेंचाइज स्टोर खोलने का इरादा है। इन सबको सुनने के बाद सारे शार्क ने अपनी-अपनी बात रखी और बताया कि वह इस बिजनेस से आउट हो रहे है। सारे शार्क का कहना था कि ये बिजनेस अभी बहुत सारे खुले है ऐसे में इसे पैन इंडिया पर लाना की सोच थोड़ी मुश्किल हो सकती है।