newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Lay Off Imminent In Byju’s: बायजू के कर्मचारियों पर फिर छंटनी की तलवार, इस बार 4000 को निकालने की तैयारी!

आने वाले कुछ वक्त में बायजू से 11 फीसदी कर्मचारियों को निकाला जा सकता है। इस तरह इनकी संख्या करीब 4000 होगी। इससे पहले इस साल जून में बायजू से 1000 कर्मचारियों की छंटनी की गई थी। बायजू में कुल 35000 कर्मचारी हैं। बताया जा रहा है कि रीस्ट्रक्चरिंग प्लान के तहत ये फैसला लिया गया है।

नई दिल्ली। ऑनलाइन क्लासेज लेने वाली कंपनी बायजू में एक बार फिर कर्मचारियों पर छंटनी की तलवार लटकी है। बताया जा रहा है कि इस बार बायजू से 4000 कर्मचारियों को निकाला जा सकता है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बायजू के सीईओ अर्जुन मोहन ने कॉस्ट कटिंग की योजना तैयार की है। अर्जुन मोहन को पिछले हफ्ते ही बायजू का इंडिया सीईओ बनाया गया था। अखबार बिजनेस स्टैंडर्ड की खबर के मुताबिक आने वाले कुछ वक्त में बायजू से 11 फीसदी कर्मचारियों को निकाला जा सकता है। इस तरह इनकी संख्या करीब 4000 होगी। इससे पहले इस साल जून में बायजू से 1000 कर्मचारियों की छंटनी की गई थी। बायजू में कुल 35000 कर्मचारी हैं।

arjun mohan ceo byjus
एक हफ्ते पहले ही अर्जुन मोहन को बायजू में इंडिया सीईओ बनाया गया था।

इस कंपनी की स्थापना बायजू रवींद्रन ने की थी। उन्होंने चीफ बिजनेस ऑफिसर से अर्जुन मोहन को इंडिया सीईओ बनाया। जिसके बाद बायजू रवींद्रन ने मोहन पर काफी भरोसा जताया था। बायजू रवींद्रन ने कहा था कि अर्जुन मोहन कंपनी के मिशन और आने वाले अवसरों में भरोसा बढ़ाएंगे। रवींद्रन ने ये भी कहा था कि इस बदलाव से कंपनी को मदद मिलेगी और दुनिया में उसकी स्थिति भी मजबूत होगी।

byju raveendran
एडटेक कंपनी के संस्थापक बायजू रवींद्रन।

बिजनेस स्टैंडर्ड की खबर के मुताबिक बायजू में होने वाली ताजा छंटनी की जद में आकाश इंस्टीट्यूट के कर्मचारी भी आ सकते हैं। बायजू ने आकाश इंस्टीट्यूट का भी अधिग्रहण किया था। बायजू के सामने टिके रहने की समस्या गहरी हो गई है। पहले ही अमेरिकी एसेट मैनेजर ब्लैकरॉक के बारे में खबर आई थी कि उसने बायजू का मूल्यांकन 50 फीसदी घटा दिया है। इससे बायजू का मूल्यांकन 11.5 अरब डॉलर ही रह गया था। जबकि, जून 2022 में बायजू का मूल्यांकन 22 अरब डॉलर की कंपनी के तौर पर था। कंपनी की तरफ से ताजा छंटनी के आसार पर सिर्फ इतना कहा गया है कि रीस्ट्रक्चरिंग का काम अंतिम चरण में है।