नई दिल्ली। काम के घंटों को लेकर मची बहस के बीच अब इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति ने 70 घंटे काम करने की सलाह वाले अपने बयान पर सफाई दी है। नारायण मूर्ति ने कहा कि काम के लिए किसी पर दबाव नहीं डाला जाना चाहिए। उसके लिए आत्मनिरीक्षण की जरूरत है। उन्होंने कहा, मैं सुबह 6:30 बजे ऑफिस जाता था और रात 8:30 बजे निकलता था, यह एक सच्चाई है और मैंने लगभग 40 साल तक यह किया है, इसलिए कोई यह नहीं कह सकता कि ऐसा नहीं है या यह गलत है। हालांकि उन्होंने इसे अपना व्यक्तिगत फैसला बताया।
VIDEO | Speaking at the Kilachand Memorial Lecture in Mumbai on Monday, Infosys co-founder NRN Narayana Murthy clarified on his 70-hour work week advice to youngsters. Here’s what he said:
“I can say that I used to get to the office at 6:30 am and leave at 8:30 pm, that’s a… pic.twitter.com/03N2FZzoj6
— Press Trust of India (@PTI_News) January 21, 2025
मुंबई में किलाचंद मेमोरियल लेक्चर में बोलते हुए नारायण मूर्ति ने कहा, ये ऐसे मुद्दे नहीं हैं जिन पर चर्चा और बहस की जानी चाहिए। काम की जरूरत को समझना जरूरी है। कोई व्यक्ति जीवन में कितना आगे बढ़ना चाहता है, इसके लिए उसे दृढ़ता के साथ काम करना होगा। किसी पर काम को थोपा नहीं जा सकता। आपको बता दें कि अक्टूबर 2023 में नारायण मूर्ति ने युवाओं को हफ्ते में 70 घंटे काम करने की सलाह दी थी। इसके बाद उनकी काफी आलोचना भी हुई थी। दिसंबर 2024 में भी नारायण मूर्ति ने कहा था कि देश को नंबर वन बनाने के लिए युवाओं को कड़ी मेहनत करनी होगी और इस बात को उन्हें समझना होगा।
इसके बाद अभी हाल ही में एलएंडटी कंपनी के चेयरपर्सन एसएस सुब्रह्मण्यन ने हफ्ते में 90 घंटे काम करने की बात कही। बल्कि उन्होंने इस पर खेद जताया कि वो अपने कर्मचारियों से संडे को काम नहीं करा पाते। इसी दौरान उन्होंने यह भी कह दिया कि संडे को घर पर रहकर कितनी देर बीवी को घूरोगे इससे अच्छा है ऑफिस में बैठकर काम करो। इसके बाद आम नागरिक समेत कुछ दिग्गज कारोबारी जिनमें आनंद महिंद्रा, अदार पूनावाला और तमाम बालीवुड हस्तियों ने भी सुब्रह्मण्यन की निंदा की थी।