नई दिल्ली। देश में कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण और देश की गिरती अर्थव्यवस्था में धीरे-धीरे आ रहे सुधार के बीच एक बुरी खबर सामने आई है। OYO कंपनी अब अपने दिवालियापन के कगार पर आ खड़ी हुई है। कंपनी ने IBC 2016 के तहत दिवालिया होने की अर्जी दी। NCLT ने OYO होटल्स एंड होम्स प्राइवेट लिमिटेड की कॉर्पोरेट इनसॉल्वेंसी रिजॉल्यूशन प्रक्रिया शुरू करने का आदेश दिया है। इसको लेकर जारी बयान में कहा गया है कि “नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल ने 30 मार्च, 2021 को नोटिस दिया है कि OYO होटल्स एंड होम्स प्राइवेट लिमिटेड की कॉर्पोरेट इनसॉल्वेंसी रिजॉल्यूशन प्रक्रिया शुरू करने का आदेश दिया जाता है।”
इसके साथ ही कहा गया है कि “मेसर्स ओयो होटल्स एंड होम प्राइवेट लिमिटेड के लेनदारों को 15 अप्रैल, 2021 को या उससे पहले अपने दावों को प्रूफ के साथ अंतरिम रिज़ॉल्यूशन प्रोफेशनल को एंट्री नंबर 10 के खिलाफ उल्लेखित पते पर प्रस्तुत करने के लिए कहा जाता है।”
इसमें कहा गया है कि “वित्तीय लेनदार केवल इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों से प्रमाण के साथ अपने दावे प्रस्तुत करेंगे। अन्य सभी लेन-देन दावों के साथ व्यक्तिगत रूप से, पोस्ट या इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से प्रस्तुत कर सकते हैं।”
इससे ठीक पहले हॉस्पिटैलिटी फर्म OYO ने कहा था कि वह भारत में अपने सभी कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों के लिए COVID-19 टीकाकरण लागत को उठाएगी। ओयो ने एक बयान में कहा था कि भारत में उनकी कंपनी के कर्मचारी और उनके परिवार के सदस्य किसी भी टीकाकरण केंद्र का चयन टीका लगवाने के लिए कर सकते हैं।