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Petrol-Diesel Price: पेट्रोल-डीजल के दाम लगातार छठे दिन स्थिर, कच्चा तेल भी नरम

Petrol-Diesel Price: पेट्रोल और डीजल के दाम (Petrol-Diesel Price) में सोमवार को लगातार छठे दिन स्थिरता बनी रही। उधर, तेल का उत्पादन बढ़ाने के मसले पर ओपेक और सहयोगी देशों यानी ओपेक प्लस के बीच सहमति बनने के बाद अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल (Crude oil) के दाम में नरमी देखी जा रही है।

नई दिल्ली। पेट्रोल और डीजल के दाम (Petrol-Diesel Price) में सोमवार को लगातार छठे दिन स्थिरता बनी रही। उधर, तेल का उत्पादन बढ़ाने के मसले पर ओपेक और सहयोगी देशों यानी ओपेक प्लस के बीच सहमति बनने के बाद अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल (Crude oil) के दाम में नरमी देखी जा रही है। बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड का भाव 65 डॉलर प्रति बैरल के नीचे बना हुआ है। कच्चे तेल में नरमी रहने से तेल विपणन कंपनियां आने वाले दिनों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती कर सकती हैं, जिससे देश के उपभोक्ताओं को महंगाई से राहत मिलेगी। भारत तेल की अपनी जरूरतों के लिए मुख्य रूप से आयात पर निर्भर करता है।

Petrol & Diesel

इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल के दाम बिना किसी बदलाव के क्रमश: 90.56 रुपये, 90.77 रुपये, 96.98 रुपये और 92.58 रुपये प्रति लीटर पर बने हुए हैं। डीजल की कीमतें भी दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में क्रमश: 80.87 रुपये, 83.75 रुपये, 87.96 रुपये और 85.88 रुपये प्रति लीटर पर स्थिर हैं।

तेल विपणन कंपनियों ने बीते मंगलवार को पेट्रोल के दाम में दिल्ली में 22 पैसे, कोलकाता और मुंबई में 21 पैसे, जबकि चेन्नई में 19 पैसे प्रति लीटर की कटौती की थी। वहीं, डीजल के दाम में दिल्ली और कोलकाता में 23 पैसे, जबकि मुंबई में 24 पैसे और चेन्नई में 22 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई थी।

अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकॉन्टिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) पर ब्रेंट क्रूड के जून डिलीवरी अनुबंध में सोमवार को बीते सत्र से 0.65 फीसदी की गिरावट के साथ 64.44 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था। वहीं, न्यूयॉर्क मर्के टाइल एक्सचेंज (नायमैक्स) पर डब्ल्यूटीआई के मई अनुबंध में बीते सत्र से 0.59 फीसदी की नरमी के साथ 61.09 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था।

Crude oil

तेल आपूर्तिकर्ता देशों का समूह ऑर्गेनाइजेशन ऑफ पेट्रोलियम एक्सपोर्टिग कंट्रीज यानी ओपेक और रूस व उसके सहयोगी देशों का समूह यानी ओपेक प्लस ने बीते सप्ताह इस बात पर सहमति जताई कि वे आगामी महीने मई और जून में तेल के उत्पादन में बढ़ोतरी करेंगे।