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Hindenburg Research: ‘भारत के लिए जल्दी ही कुछ बड़ा होगा’, अडानी ग्रुप को झटका देने वाले अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडेनबर्ग रिसर्च के पोस्ट पर प्रतिक्रिया में सोशल मीडिया यूजर्स बोले…

Hindenburg Research: हिंडेनबर्ग रिसर्च ने आरोप लगाया था कि गौतम अडानी के ग्रुप ने खातों में हेरफेर की और शेल कंपनियां बनाकर धन हासिल किया। हालांकि, हिंडेनबर्ग रिसर्च के इस दावे की सुप्रीम कोर्ट ने शेयर मार्केट रेगुलेटर सेबी से जांच कराई थी, लेकिन सेबी की जांच में पता चला कि अडानी ने कोई गड़बड़ी नहीं की।

नई दिल्ली। मशहूर उद्योगपति गौतम अडानी की कंपनियों पर तमाम तोहमत लगाने वाली अमेरिका की शॉर्ट सेलर फर्म हिंडेनबर्ग रिसर्च एक बार फिर चर्चा में है। इसकी वजह हिंडेनबर्ग रिसर्च का एक एक्स पोस्ट है। हिंडेनबर्ग रिसर्च की तरफ से एक्स पर पोस्ट किया गया है ‘Something big soon India’। यानी हिंडेनबर्ग रिसर्च का कहना है कि भारत की किसी कंपनी के बारे में वो जल्दी ही कोई बड़ी जानकारी देने वाला है। ऐसे में सबकी नजर है कि इस बार हिंडेनबर्ग रिसर्च किस पर आरोप लगाता है।

हिंडेनबर्ग रिसर्च ने जब गौतम अडानी के ग्रुप पर आरोप लगाया था, तो अडानी ग्रुप के शेयर धड़ाम हो गए थे। हिंडेनबर्ग रिसर्च ने आरोप लगाया था कि गौतम अडानी के ग्रुप ने खातों में हेरफेर की और शेल कंपनियां बनाकर धन हासिल किया। हालांकि, हिंडेनबर्ग रिसर्च के इस दावे की सुप्रीम कोर्ट ने शेयर मार्केट रेगुलेटर सेबी से जांच कराई थी, लेकिन सेबी की जांच में पता चला कि अडानी ग्रुप ने कोई गड़बड़ी नहीं की है। अलबत्ता हिंडेनबर्ग रिसर्च के दावे के बाद दुनिया के टॉप टेन अमीरों की लिस्ट से गौतम अडानी बाहर हो गए और उनकी नेटवर्थ में भी भारी गिरावट आई। सेबी की रिपोर्ट आने के बाद निवेशकों ने फिर अडानी ग्रुप पर भरोसा दिखाया। जिसकी वजह से गौतम अडानी की कंपनियों के शेयर फिर अच्छा प्रदर्शन करने लगे।

गौतम अडानी की कंपनियों के बारे में हिंडेनबर्ग रिसर्च ने जब खुलासे का दावा किया था, तो उससे पहले कोई जानकारी नहीं दी थी। इस बार कुछ बड़ा होने का दावा कर उसने पहले ही एक्स पर पोस्ट कर दिया है। हालांकि, हिंडेनबर्ग रिसर्च के पोस्ट पर तमाम यूजर्स ने कहा है कि शॉर्ट सेलर की बात पर भरोसा नहीं है। वहीं, एक यूजर ने ये कहा है कि हिंडेनबर्ग रिसर्च का ये पोस्ट टूलकिट का हिस्सा है। जबकि, एक यूजर ने कहा है कि बांग्लादेश के हालात की तरफ से ध्यान हटाने के लिए ये बात कही गई है। तमाम और यूजर्स अलग तरह से हिंडेनबर्ग पर तंज कसते दिखे हैं।