नई दिल्ली। भारत की सबसे बड़ी स्पिरिट निर्माता कंपनियों में से एक रेडिको खेतान लिमिटेड ने 30 सितंबर को समाप्त दूसरी तिमाही और छमाही के लिए अपने परिणामों की घोषणा की है। इसके जरिए यह दिखाया गया है कि वित्तीय वर्ष की एक कठिन शुरुआत (कोरोनावायरस के प्रसार की शुरुआत) के बाद दूसरी तिमाही में रेडिको खेतान ने तेज रिकवरी की है।
कंपनी के प्रदर्शन को लेकर बोले अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डॉ. ललित खेतान
“वित्तीय वर्ष की एक कठिन शुरुआत के बाद, वित्त वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही के परिणाम दिखाते हैं कि रेडिको खेतान ने तेज रिकवरी की है। हालांकि, उद्योग का दोबारा पुरानी स्थिति में लौटना अभी इस बात पर भी निर्भर करता है कि कुछ राज्यों में अभी इस पर भारी दबाव है और इसका कारण है वहां मौजूद उच्च कर व्यवस्था तथा लंबी अवधि के लिए स्थानीय स्तर पर किए गए लॉकडाउन। रेडिको खेतान नए ब्रांडों के विकास, लागत के आधार को संतुलित रखना और बिक्री और वितरण नेटवर्क को मजबूत बनाने सहित विभिन्न मोर्चों पर लगातार काम कर रही है। हम अपने सभी कार्यों में पहले से कहीं अधिक तकनीक का उपयोग कर रहे हैं, ताकि काम के माहौल में परिवर्तन लाया जा सके व निर्णय प्रक्रिया में हरसंभव मदद मिल सके। हालांकि, कोविड-19 की स्थिति अभी गतिशील है इसलिए लगातार बदलती स्थिति के कारण उद्योग का परिदृश्य अभी भी बहुत अनिश्चित है, हमारा मानना है कि आगामी त्योहारी सीज़न में वित्तवर्ष 2020-21 की तीसरी तिमाही में इस उद्योग का प्रदर्शन कुछ खुशियां लाएगा।”
कंपनी के प्रदर्शन पर बोले प्रबंध निदेशक अभिषेक खेतान
“मुझे यह बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि हमने अभी तक का उच्चतम त्रैमासिक एबिटडा वित्त वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही में 107 करोड़ रुपए ऐसे समय में दिया है जो निश्चित रूप से अब तक का सबसे मुश्किल दौर है। हमारे परिणामों के बारे में बहुत कुछ कहा जा सकता है। यह वास्तव में उस कड़ी मेहनत को दर्शाता है जिसके आधार पर प्रबंधन टीम ने पिछले एक दशक में एक मजबूत ऑपरेटिंग प्लेटफॉर्म और मजबूत बिजनेस मॉडल बनाने में सफलता प्राप्त की। इसने हमें इस महामारी के दौरान भी और अधिक मजबूती से उभरने में मदद की है। वित्तवर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही में आईएमएफएल वॉल्यूम में 4.6% की वृद्धि के साथ, रेडिको खेतान पूरे उद्योग की तुलना में कहीं अधिक बेहतर प्रदर्शन करते हुए बाज़ार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा रही है। दूसरी तिमाही के दौरान पिछले साल की इसी समयावधि की तुलना में हमारे शुद्ध राजस्व में 10.5% और एबिटडा में 23.6% की वृद्धि हुई। इस तिमाही के दौरान, हमने अपने रामपुर इंडियन सिंगल माल्ट श्रेणी में एक नए उत्पाद ‘असावा’ को भी लॉन्च किया। यह अमेरिकी बॉर्बन बैरल में परिपक्व होने वाली अपनी तरह की पहली व्हिस्की है जिसकी फिनिशिंग भारतीय कैबेरनेट सॉविनन कास्क्स में होती है। मुझे पूरा विश्वास है कि हम सही रणनीतिक कदम उठा रहे हैं, जो हमें मार्जिन में सुधार के साथ-साथ हमें आगे बढ़ने और बाजार में हिस्सेदारी को बढ़ाने में भी सक्षम बनाएंगे। ”
वित्त वर्ष 2020- 21 की दूसरी तिमाही में कंपनी के प्रदर्शन का सारांश (पिछले साल की समान समयावधि की तुलना में)
• आईएमएफएल की कुल मात्रा कुल 6.04 मिलियन केसिस(+ 4.6%)
• प्रतिष्ठित ब्रांडों के कुल1.69 मिलियन केसिस (+ 3.6%)
• प्रतिष्ठित ब्रांडों का कुल आईएमएफएल में योगदान 28.0% (बनाम 28.3%)
• संचालन (शुद्ध) से राजस्व 630.05 करोड़ रुपए
• सकल मार्जिन का विस्तार 48.0% से 48.9% तक हुआ
• 106.65 करोड़ रुपए का एबिटडा* (+ 23.6%)
• एबिटडा* मार्जिन 15.1% से बढ़कर 16.9% हुआ
• ब्याज की लागत 7.68 करोड़ रुपए से कम होकर 5.44 करोड़ रुपए हुई
• कर से पहले लाभ 92.28 करोड़ रुपए (+ 49.5%)
• कुल समग्र आय 71.97 करोड़ रुपए (-8.1%)
रेडिको खेतान के बारे में
रेडिको खेतान लिमिटेड (“रेडिको खेतान” या कंपनी) भारत में आईएमएफएल के सबसे बड़े निर्माताओं में से एक है। इसे पहले रामपुर डिस्टलरी कंपनी के रूप में जाना जाता था, रेडिको खेतान ने 1943 में अपने परिचालन की शुरुआत की और कुछ वर्षों में अन्य प्रमुख स्पिरिट निर्माताओं के लिए एक प्रमुख थोक आपूर्तिकर्ता और बॉटलर के रूप में उभरी।