नई दिल्ली। कम समय में पैसे कैसे कमाया जाए। इसके लिए आज बहुत सारे विकल्प मौजूद है। ऑनलाइन गैंबलिंग, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म यूट्यूब शामिल है। जिसके जरिए कोई भी इंसान हाथ आजमाकर थोड़े से समय में ज्यादा से ज्यादा धन अर्जित कर सकता है। सट्टा मटका किंग, डीपी बॉस, केरल एफएफ समेत कई सारे लॉटरी खेल है जिनको रोजाना खेला जाता है। इसमें बाजी लगाने के लिए इंसान की किस्मत का साथ होना जरूरी है क्योंकि भाग्य के भरोसे ही कई लोग अपना लक को आजमाते है। कई लोगों को इसमें बड़ी सफलता भी हाथ लगी है। सट्टा किंग की शुरुआत आज से नहीं बल्कि प्राचीन काल से हुई है। राजा-महाराजा अपने शौक के लिए इसको खेला करते थे। लेकिन बदलते जमाने के बाद सट्टा या जुआ खेलने का प्रारूप भी बदलता चला गया। अब सट्टा को ऑनलाइन खेले जाने लगा।
इसके साथ ही कई लोगों ने सट्टा किंग को अपनी आय का स्त्रोत भी बना लिया। क्योंकि आम इंसान नौकरी में ज्यादा वक्त देकर भी मोटी सैलरी नहीं कमा पाता है। इसलिए लोगों ने नौकरी के साथ सट्टा किंग को खेलना शुरू कर दिया। कई लोगों ने सट्टा के जरिए अपने सपनों को भी साकार कर लिया है। ऑनलाइन खेले जाने वाले सट्टा किंग को इंसान कही से भी अंजाम दे सकता है। लोग घर बैठकर एक जादुई अंक पर बोली लगाते है। जो कि नतीजे में आने पर विनिंग अंक कहलाता है। डेली सट्टा मटका किंग में एक शख्स के हाथों में करोड़ों की लॉटरी भी लगती है जो कि इस खेल का बादशाह भी माना जाता है। इस खेल में वित्तीय जोखिम ज्यादा रहता है जिसमें अपने कंगाल होने के भी चांस रहते है।
नवंबर की पहली तारीख के सट्टा मटका किंग के रिजल्ट जारी हो गए है। बता दें कि बुधवार को गली, दिसावर, फरीदाबाद समेत लॉटरी खेलों में किन लोगों पर पैसों की बारिश हुई है और कौन बना सट्टा किंग का बादशाह…
सट्टा या जुआ खेलने वालों को गलत दृष्टिकोण देखा जाता है। इसके पीछे का कारण है कि महाभारत में कैसे जुए में कौरवों ने धोखे से पांडवों को हराया था जिसकी वजह से उन्हें 12 साल का वनवास भी काटना पड़ा था। इसके अलावा आज के भारत सरकार ने जुए खेलने पर पाबंदी भी लगाई हुई है। जुआ या लॉटरी खेलने वालों को सजा भी दी जाती है। यही कारण है कि न्यूजरूम पोस्ट सट्टा जैसे किसी भी खेलों का प्रमोट नहीं करता है।