
नई दिल्ली। आज कल कैशलेस का जमाना हैं। हर कोई चाहे छोटी पेमेंट हो या बड़ी पेमेंट इसको करने के लिए यूपीआई का ही इस्तेमाल करते हैं और कहीं ना कहीं UPI ने लोगों के लिए सब कुछ आसान कर दिया हैं अब लोगों को हाथ में पैसा लेकर नहीं घूमना पड़ता हैं। पहले पैसे लेकर कहीं घूमने में लोगों को चोरी होने का डर, पैसे का गिरने का डर सताता था लेकिन अब ऐसा नहीं हैं। हालांकि, अगर आप भी यूपीआई के सहारे ही सारी पेमेंट करते हैं तो आपको भी यह खबर सुनकर झटका लगेगा। नए वित्त वर्ष की शुरुआत से ही लोगों को यूपीआई में लेन-देन अब महंगा पड़ने वाला हैं। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया की तरफ से UPI से जुड़ा एक सर्कुलर जारी किया गया हैं, जिसके तहत UPI से मर्चेंट ट्रांजेक्शन पर ‘प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट्स (PPI)’ चार्ज लगाने के लिए प्रस्ताव दिया गया हैं।
UPI से लेनदेन अब पड़ेगा मंहगा
मंगलवार को जारी इस सर्कुलर के अनुसार अब आपको ट्रांजेक्शन महंगा पड़ने वाला हैं। यानी अप्रैल की शुरुआत में यूपीआई से पेमेंट करने पर आपको मर्चेंट पेमेंट पर पीपीआई चार्ज देना पड़ेगा। पीपीआई यानी प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट होता हैं। इसमें आपको 0.5 से 1.1 फीसदी तक का चार्ज देना पड़ेगा। यह चार्ज 2000 से ऊपर के लेनदेन में लगेगा। आपको बता दें कि PPI में कार्ड या वॉलेट से होने वाले ट्राजेक्शन आते हैं जिसमें इंटरचेंज फीस कार्ड भुगतान के साथ आता हैं। मर्चेंट ट्राजेक्शन जिसमें व्यापारियों को पेमेंट करने वाले यूजर्स को देना पड़ेगा।
1 अप्रैल से करना होगा एक्स्ट्रा खर्च
अगर इसे आसान भाषा में समझे तो 1 अप्रैल से आप अगर गूगल पे, पेटीएम, फोन पे या किसी भी यूपीआई से पेमेंट करते हैं और आपकी पेमेंट 2000 से ज्यादा की हैं तो आपको पीपीआई चार्ज देना पड़ेगा। यह चार्ज आपको 0.5 से 1.1 फीसदी तक लगेगा। इसका मतलब आपकी जेब पर महंगाई का और असर पड़ने वाला हैं। एक रिपोर्ट की माने तो 70 प्रतिशत लोग 2000 से ज्यादा की पेमेंट करते हैं ऐसे में अब आपको अगर 2000 से अधिक पेमेंट करनी हैं तो उसके लिए आपको एक्सट्रा खर्च करना होगा।