नई दिल्ली। शार्क टैंक इंडिया का यह सीजन काफी दिलचस्प हैं लोग इस सीजन को काफी पसंद कर रहे हैं। इसमें हर दिन कोई ना कोई आंत्रप्रेन्योर अपने बिजनेस आइडिया को लेकर शार्क के सामने रखते हैं। इसके बाद शार्क को अगर उनका आइडिया पसंद आता हैं तो वह उसमें फडिंग लगाते हैं। इस बार दो भाई जिनके नाम इलेश घवरिया और भवदीप घेवरिया हैं। ये दोनों भाई गुजरात से आए हैं। इन्होंने सबसे पहले शार्क से सवाल किया कि क्यों कोई भी ब्रैंड साल में सिर्फ दो ही बार डिजाइन लाती हैं, इसका कारण डेड स्टॉक हैं। उन्होंने डेड स्टॉक का मतलब समझाते हुए कहा कि ऐसी चीज जिसको आप मार्केट में लाते हैं और वह बिकते ही नहीं हैं, जिसके बाद उसको गार्बेज आर में डालना पड़ता हैं। इन दोनों भाईयों ने शार्क को यह भी बताया कि इंडस्ट्री का डेड स्ट्रॉक 30 प्रतिशत हैं।
फ्रेंच क्राउन का आइडिया
इन्होंने आगे बताया कि यह फ्रेंच क्राउन लेकर आए हैं जो इंडिया का फर्स्ट ब्रैंड फैशन ब्रांड हैं जो आदमियों के लिए हैं, जो जीरो डेड स्टॉक के साथ हैं। इन दोनों ने साल 2017 में इसको लॉन्च किया था, और यह हर वीक 280 से ज्यादा डिजाइन लॉन्च करते हैं यह सुनकर शार्क हैरान रह जाते हैं। अगर आप अभी देखे तो हमारी वेबसाइट पर 3000 से ज्यादा डिजाइन लाइव हैं। सूट हो या फिर बॉक्सर ये सारी मेन की कैटेगरी वाले कपड़े बनाते हैं, लेकिन इनका सबसे ज्यादा बिकने वाला प्रोडक्ट शूट और शर्ट ही हैं। इन्होंने आगे बताया कि यह कस्टमाइज साइ, प्लस साइज, और स्टैंटर्ड साइज भी उपलब्ध कराते हैं।
Kudos once again !!!!!!
Our alumni Bhavdip Ghevariya and Team have successfully presented their #startup “French Crown Clothing Store” in “Shark Tank India “.
We congratulate them on their success and wish them great luck in their upcoming journey.https://t.co/dqdQN7cAY1 pic.twitter.com/pD5Zcx9tFM
— Amit Mulani (@Amit_Mulani) February 15, 2022
1.5 करोड़ के लिए 0.33 प्रतिशत इक्वीटी
इन दोनों भाई ने शार्क के सामने अपनी ask 1.5 करोड़ के लिए 0.33 प्रतिशत इक्वीटी चाहिए, जिसे सुन सारे शार्क हैरान रह जाते हैं। वहीं कंपनी के वैलूएशन की बात करें तो 450 करोड़ हैं। इन सबके बाद सारे शार्क ने अपने-अपने सवाल उन दोनों से पूछे जिसके जवाब उन्होंने शार्क्स को दिए। वहीं इन्होंने यह भी बताया कि इनका नेट प्रोफिट 20 प्रतिशत हैं। जिसके बाद एमक्योर की फाउंडर नमिता थापर ने अपनी शर्त रखी।