नई दिल्ली। चाय की दुनिया का जाना-माना नाम और गुजरात टी प्रोसेसर्स एंड पैकर्स लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक पराग देसाई अब दुनिया में नहीं रहे हैं। उनका निधन हो गया है। बताया जा रहा है कि वाघ बकरी चाय के लिए फेमस पराग देसाई को उनके घर के बाहर ही जंगली कुत्ते ने काट लिया था, जिससे वो काफी जख्मी हो गए थे। उनके सिर में चोट भी आई थी। उनका इलाज निजी अस्पताल में चल रहा था लेकिन आज उन्होंने दम तोड़ दिया है। कहा ये भी जा रहा है कि चोट लगने के बाद पराग को ब्रेन हेमरेज हुआ था, जिसकी वजह से उनकी मौत हुई। बता दें कि पराग देसाई ने 49 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया।
Very sad news coming in. Parag Desai, Director and owner Wagh Bakri Tea passed away. He had a brain haemorrhage following a fall.
May his soul rest in peace. My condolences to the entire Wagh Bakri family across India. pic.twitter.com/Md0xLppL2X— Shaktisinh Gohil MP (@shaktisinhgohil) October 22, 2023
15 अक्टूबर को किया कुत्तों ने हमला
अहमदाबाद मिरर की रिपोर्ट की मानें तो देसाई पर 15 अक्टूबर को उनके घर के बाहर कुछ जंगली कुत्तों ने उनपर हमला कर दिया था और उस दौरान उनके सिर में गंभीर चोट आई थी। अस्पताल में भर्ती करने के बाद डॉक्टर्स ने बताया कि उन्हें ब्रेन हेमरेज हो गया है।जिसके बाद उन्होंने दम तोड़ दिया।
राज्यसभा सदस्य शक्ति सिंह गोहिल ने जताया दुख
खबर सामने आने के बाद सभी लोग शोक व्यक्त कर रहे हैं। गुजरात कांग्रेस प्रमुख और राज्यसभा सदस्य शक्ति सिंह गोहिल ने पराग के निधन पर दुख जताया और सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी लिखा। उन्होंने ट्विटर पर लिखा- ये जानकर बहुत दुख हो रहा है कि वाघ बकरी टी के निदेशक और मालिक पराग देसाई का अब नहीं रहे हैं। गिरने के बाद उन्हें चोट आई थी और ब्रेन हेमरेज की वजह से उनका निधन हुआ भगवान उनकी आत्मा को शांति दें। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं।कहा जा रहा है कि देसाई का अंतिम संस्कार आज थलतेज श्मशान में होगा।
यूएसए से किया एमबीए
बता दें कि वाघ बकरी चाय समूह की स्थापना रसेश देसाई ने की थी, जिसके बाद काफी समय से ये बिजनेस देसाई और उनके चचेरे भाई संभाल रहे थे। अब पराग के जाने के बाद उनकी पत्नी विदिशा और बेटी परीशा हैं, जो इस गम से गुजर रही हैं। पराग की पढ़ाई की बात करें तो उन्होंने एमबीए किया है, वो भी यूएसए की लॉन्ग आइलैंड यूनिवर्सिटी से। वो ये पद बीते 30 सालों से संभाल रहे थे। देसाई कंपनी में सेल्स, विपणन का काम देखते थे और वाघ बकरी ग्रुप के कार्यकारी निदेशक थे। देसाई के कार्यकाल में कंपनी का टर्नओवर 1,500 करोड़ रुपये से ज्यादा का रहा है। उन्होंने कंपनी को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।