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Who is Nathan Anderson: कौन है हिंडनबर्ग के फाउंडर नाथन एंडरसन, जिसकी रिपोर्ट से अडानी ग्रुप के शेयरों में मचा तहलका

Who is Nathan Anderson: हिंडनबर्ग विभिन्न बहुराष्ट्रीय कंपनियों की इक्विटी, क्रेडिट और डेरिवेटिव्स का विश्लेषण करती है। विभिन्न कंपनियों की मौजूदा स्थिति की व्यख्या कर उसे प्रतिवेदन का रूप देकर लोगों के बीच प्रस्तुत करती है। कंपनी विश्लेषण करने के दौरान मुख्तलिफ कंपनी के अकाउंट, बैलेंस सीट, शेयर मार्केट में उसकी स्थिति, कंपनी के अंशधारकों को लेकर कंपनी की राय की व्यख्या करने के उपरांत ही कोई प्रतिवेदन बाजार में प्रस्तुत करती है।

नई दिल्ली। अभी व्यापारिक जगत में भूचाल आया हुआ है। हर किसी की जुबां पर अभी महज अगर किसी का नाम है, तो वो हिंडनबर्ग के फाउंडर नाथन एंडरसन और अडानी हैं। व्यापार की दुनिया में इन्हीं दोनों को लेकर चर्चाओं का बाजार गुलजार है। चलिए सबसे पहले हम आपको बता देते हैं कि आखिर मुद्दा क्या है?, ताकि आप पूरी वस्तुस्थिति को समझ सकें। दरअसल, यह बात 24 जनवरी 2023 की है, जब हिंडनवर्ग ने एक रिपोर्ट जारी की थी। उस रिपोर्ट में देश के जाने माने उद्योगपति अडानी ग्रुप की वित्तीय स्थिति दुरूह और लचर बताई गई थी। जिसका नतीजा यह हुआ कि शेयर बाजार में अडानी लिस्टेड कंपनी के शेयर में ऐसी गिरावट आई कि खुद अडानी साहब के भी होश फाख्ता हो गए। जिसकी वजह से उनकी नेट असेट्स में भी खासी गिरावट आई। जिसके बाद अडानी ग्रुप ने बयान जारी कर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को ना महज सिरे से खारिज किया, बल्कि उसे अप्रमाणिक भी करार दिया। और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की भी बात कही। इस बीच लोगों के जेहन में अब यह सवाल उठ रहे हैं कि आखिर हिंडनबर्ग है क्या? आइए, आपको विस्तार से इसके बारे में बताते हैं।

जानिए क्या है हिंडनबर्ग, जिसने हिलाया अडानी ग्रुप को?

आपको बता दें कि हिंडनबर्ग के संस्थापक का नाम नाथन एंडरसन है। इन्होंने इस कंपनी की शुरूआत साल 2017 में की थी। यूनिवर्सिटी ऑफ कनेक्टीकट में इंटरनेशनल बिजनस में ग्रेजुएट करने के बाद इन्होंने अपनी कंपनी शुरू करने का मन बनाया था। हालांकि, यह राह इतनी आसान नहीं थी, लेकिन उन्होंने दृढ निश्चय कर लिया कि चाहे कुछ भी हो जाए, मुझे अपनी इस छोटी-सी शुरुआत को एक दिन विशाल रूप देकर ही दम लेना है।

हालांकि, पढ़ाई संपन्न करने के बाद उन्होंने कुछ वक्त तक फैक्टसेट रिसर्च सिस्टम्स इंक में काम किया था। जिसके बाद उन्होंनें खुद का उपक्रम खोलने का मन बनाया, जिसमें उन्हें सफलता भी मिली। आइए , अब आगे जानते हैं कि आखिर हिंडनबर्ग क्या काम करती है?

हिंडनबर्ग क्या काम करती है?

आपको बता दें कि हिंडनबर्ग विभिन्न बहुराष्ट्रीय कंपनियों की इक्विटी, क्रेडिट और डेरिवेटिव्स का विश्लेषण करती है। विभिन्न कंपनियों की मौजूदा स्थिति की व्यख्या कर उसे प्रतिवेदन का रूप देकर लोगों के बीच प्रस्तुत करती है। कंपनी विश्लेषण करने के दौरान मुख्तलिफ कंपनी के अकाउंट, बैलेंस सीट, शेयर मार्केट में उसकी स्थिति, कंपनी के अंशधारकों को लेकर कंपनी की राय की व्यख्या करने के उपरांत ही कोई प्रतिवेदन बाजार में प्रस्तुत करती है। ध्यान रहे कि हिंडनबर्ग अब तक 16 कंपनी की रिपोर्ट जारी कर चुकी है, लेकिन अब जाने माने उद्योगपति गोतम अडानी की कंपनी की रिपोर्ट को जारी करके बाद हिंडनबर्ग ने जिस तरह तहलका मचाया है, वैसा तहलका आज तक कभी देखने को नहीं मिला है।

नाथन एंडरसन से जुड़ी कुछ अहम बातें

नाथन एंडरसन इस्राएल में ड्राइवर का भी काम कर चुके हैं। वे हैरी मार्कपोलोस को अपना गुरु और आदर्श मानते हैं, जो कि खुद पेशे से एनालिस्ट हैं। बता दें कि हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में अडानी से कुल 88 सवाल पूछे हैं। अडानी ग्रुप की सात कंपनियों, जो कि शेयर बाजार में सूचीबद्ध हैं, उसकी वित्तीय स्थिति को कमतर बताया है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद अडानी ग्रुप ने 6 अरब डॉलर की रकम गंवा दी है। अडानी ग्रुप के शेयर 2.37 लाख रुपए तक कम हो चुके हैं। उधर, अडानी ग्रुप ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट को निऱाधार बताया है और उक्त कंपनी के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने की भी बात कही है।